झारखंड: 11 अगस्त तक भारी बारिश का येलो अलर्ट, स्वर्णरेखा और खरकई नदियों में बाढ़ का खतरा….

झारखंड में मानसून फिर से सक्रिय हो गया है, जिससे राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश की संभावना बढ़ गई है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 11 अगस्त तक राज्य के कई जिलों में भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है.

मॉनसून की स्थिति

मौसम विज्ञान केन्द्र ने बताया कि पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र से लेकर समीप के बांग्लादेश के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है, जिसके कारण राज्य में बारिश के आसार हैं. इसके अलावा, मॉनसून की ट्रफ लाइन भी रांची से होकर गुजर रही है, जिससे राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग के अनुसार, अगले 5 दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है.

8 से 11 अगस्त तक येलो अलर्ट

IMD ने 11 अगस्त तक राज्य के विभिन्न जिलों में भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है. इसके तहत, 8 और 9 अगस्त को गढ़वा, पलामू, लातेहार, लोहरदगा, गुमला और सिमडेगा जिलों में भारी बारिश की संभावना है. 10 अगस्त को राज्य के उत्तर-पूर्वी भागों में और 11 अगस्त को उत्तरी और मध्य भागों में भारी बारिश हो सकती है.

पिछले 24 घंटे की बारिश

राज्य में पिछले 24 घंटों में लगभग सभी स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हुई है. सबसे ज्यादा बारिश बोकारो में दर्ज की गई है, जहां 172.5 मिलीमीटर बारिश हुई है. इसके अलावा, पेटरवार में 172.5, देवरी में 82.4, पालगंज में 80, नीमडीह में 79.8, राजमहल में 76.2, झींकपानी में 72, डालटनगंज में 67.3, हजारीबाग में 54, जमशेदपुर में 45, चांडिल में 43.4, खूंटी में 31.5, कुड़ू में 25, जामताड़ा में 24.2, चाईबासा में 22.3 और रांची के नामकुम में 17 मिलीमीटर बारिश हुई है.

जमशेदपुर में झमाझम बारिश से सड़कें जलमग्न

जमशेदपुर में लगातार हो रही बारिश ने शहर के प्रमुख इलाकों को जलमग्न कर दिया है. बुधवार को मानगो, साकची, जुगसलाई, बर्मामाइंस, और बिष्टुपुर जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सड़कों पर पानी भर गया. जुगसलाई ओवरब्रिज और साकची के एमजीएम अस्पताल गोलचक्कर के पास पानी घुटनों तक पहुंच गया, जिससे सड़कें जलमग्न हो गईं और लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. वर्षा के कारण जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे वाहनों की लंबी कतारें लग गईं. एमजीएम के मुख्य गेट पर एक एंबुलेंस जाम में फंस गई थी, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह से उसे निकालने में सफलता प्राप्त की. तीन बजे के आसपास, यहां 40 मिनट तक वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं. भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को जमशेदपुर में 45 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जिससे शहर की नदियों का जलस्तर बढ़ गया है.

स्वर्णरेखा और खरकई नदियों में बाढ़ का खतरा

स्वर्णरेखा और खरकई नदियाँ खतरे के निशान के करीब पहुँच गई हैं. इस स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है. बिजली विभाग ने भी सतर्कता जारी की है, क्योंकि लगातार बारिश की वजह से बिजली जनित हादसों का खतरा बढ़ गया है. बुधवार को शहर का अधिकतम तापमान 33.1 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गुरुवार को भी शहर में हल्की बारिश की संभावना है.

राज्य के 16 जिलों में सामान्य बारिश

झारखंड के 16 जिलों में इस साल सामान्य बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, 1 जून से 7 अगस्त तक राज्यभर में 489.6 मिलीमीटर बारिश हुई है, जबकि सामान्य रूप से इस दौरान 581.9 मिलीमीटर बारिश होती है। इस तरह से औसत रूप से 16 प्रतिशत कम बारिश हुई है। कुछ जिलों में सामान्य से काफी कम बारिश हुई है। पाकुड़ में सामान्य से 53 प्रतिशत कम, पश्चिमी सिंहभूम में 30, लोहरदगा में 43, जामताड़ा में 23, पूर्वी सिंहभूम में 34, देवघर में 39 और चतरा में 40 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई है।

नदियों का बढ़ता जलस्तर

स्वर्णरेखा और खरकई नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। पिछले 24 घंटों में हुई बारिश के कारण इन नदियों में पानी का बहाव तेज हो गया है. प्रशासन ने नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी है और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है.

प्रभावित जिलों की स्थिति

  • गढ़वा: गढ़वा जिले में भारी बारिश की संभावना के कारण प्रशासन ने पहले से ही तैयारी शुरू कर दी है. निचले इलाकों में जलजमाव की स्थिति बन सकती है, जिससे लोगों को असुविधा हो सकती है.
  • पलामू: पलामू जिले में भी भारी बारिश के कारण जलभराव की समस्या उत्पन्न हो सकती है. प्रशासन ने सभी आवश्यक व्यवस्थाएं कर ली हैं और राहत कार्यों के लिए टीमों को तैनात किया है.
  • लातेहार: लातेहार जिले में लगातार बारिश से जलजमाव की स्थिति बन सकती है. लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है और सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दिए गए हैं.
  • लोहरदगा: लोहरदगा जिले में भी भारी बारिश की संभावना के चलते नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है. प्रशासन ने राहत और बचाव कार्यों के लिए तैयारियां कर ली हैं.
  • गुमला: गुमला जिले में भारी बारिश के कारण जलभराव की समस्या हो सकती है. प्रशासन ने पहले से ही राहत कार्यों की योजना बना ली है.
  • सिमडेगा: सिमडेगा जिले में भी भारी बारिश के आसार हैं. प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी है.

प्रशासन की तैयारियां

राज्य प्रशासन ने सभी जिलों में राहत और बचाव कार्यों के लिए टीमों को तैनात कर दिया है. नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. इसके साथ ही, जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए पंप सेट और अन्य उपकरणों की व्यवस्था की गई है.

लोगों को सलाह

मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है. नदियों के पास न जाने की हिदायत दी गई है और बच्चों को खासतौर पर सुरक्षित रखने की अपील की गई है. इसके अलावा, जलभराव वाले क्षेत्रों में बिजली के तारों से दूर रहने की भी सलाह दी गई है.

नदियों का जलस्तर और बाढ़ का खतरा

स्वर्णरेखा और खरकई नदियों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. प्रशासन ने नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है. प्रशासन ने राहत और बचाव कार्यों के लिए पूरी तैयारी कर ली है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके और लोगों को समय पर राहत पहुंचाई जा सके.

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