झारखंड: उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए छात्र, शिक्षक और संस्थान होंगे सम्मानित….

झारखंड सरकार ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले छात्रों, शिक्षकों, प्रशासकों और संस्थानों को सम्मानित करने के लिए एक नई योजना को मंजूरी दी है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में झारखंड राज्य उच्चतर शिक्षा पुरस्कार योजना को स्वीकृति दी गई. इस योजना के तहत कुल नौ प्रकार के पुरस्कार दिए जाएंगे, जो राज्य में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है. कैबिनेट के अपर सचिव राजीव रंजन ने बताया कि इस पुरस्कार योजना का उद्देश्य छात्रों को शोध के लिए प्रेरित करना है. इस योजना के माध्यम से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले छात्रों, शिक्षकों और संस्थानों को प्रोत्साहित किया जाएगा. इसके अलावा, राज्य में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने और हर क्षेत्र में बेहतरी के लिए एक विशेष प्रयास किया जाएगा.

शोध रत्न अवार्ड: छात्रों और शिक्षकों के लिए

झारखंड राज्य उच्चतर शिक्षा पुरस्कार योजना के तहत छात्रों और शिक्षकों को ‘शोध रत्न अवार्ड’ दिया जाएगा. यह पुरस्कार उन छात्रों और शिक्षकों को मिलेगा जिन्होंने निम्नलिखित क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य किया है:

• अर्थशास्त्र

• सामाजिक विज्ञान

• अप्लायड साइंस

• भौतिक विज्ञान

• रसायन विज्ञान

• जीव विज्ञान

• गणित एवं सांख्यिकी

जनजातीय भाषाएं और गैर जनजातीय भाषाएं

इस पुरस्कार के लिए छात्रों के लिए अधिकतम उम्र 40 वर्ष और शिक्षकों के लिए 70 वर्ष निर्धारित की गई है. यह पुरस्कार झारखंड के किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय, महाविद्यालय या पॉलिटेक्निक संस्थान में पढ़ने वाले छात्रों और पढ़ाने वाले शिक्षकों को दिया जाएगा. यह योजना विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC), अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) और अन्य संबंधित प्राधिकरणों से मान्यता प्राप्त संस्थानों के लिए लागू होगी.

संस्थानों को मिलेगा असाधारण योगदान पुरस्कार

इस योजना के तहत संस्थानों को भी असाधारण योगदान के लिए पुरस्कार मिलेगा. यह पुरस्कार तीन वर्षों में एक बार किसी संस्थान को दिया जाएगा, जो शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करेंगे. संस्थानों के लिए पुरस्कार की राशि इस प्रकार निर्धारित की गई है:

• पहला पुरस्कार: 5 लाख रुपए

• दूसरा पुरस्कार: 4 लाख रुपए

• तीसरा पुरस्कार: 3 लाख रुपए

इस योजना से राज्य के संस्थान शिक्षा के क्षेत्र में और अधिक उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित होंगे और यह पुरस्कार उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करेगा.

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सफल कार्यान्वयन में योगदान

झारखंड सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सफल कार्यान्वयन में योगदान करने वाले शिक्षकों, प्रशासकों और कर्मियों को भी पुरस्कार देने का निर्णय लिया है. यह पुरस्कार उन लोगों को दिया जाएगा जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और राष्ट्रीय शिक्षा नीति को प्रभावी ढंग से लागू करने में मदद की है.

नवाचार पुरस्कार

इसके अलावा, उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले संस्थानों को नवाचार पुरस्कार भी दिया जाएगा. यह पुरस्कार उन संस्थानों को मिलेगा जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार किए हैं और नए विचारों को लागू किया है. यह पुरस्कार संस्थानों को उनकी विशिष्टता और सफलता के लिए सम्मानित करेगा.

मुख्यमंत्री का संदेश

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस योजना को लेकर कहा कि यह कदम झारखंड राज्य में उच्च शिक्षा को और बेहतर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है. उन्होंने कहा कि इस योजना से शिक्षा के क्षेत्र में एक नई दिशा मिलेगी और राज्य के छात्र, शिक्षक और संस्थान अधिक प्रेरित होंगे. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यह पुरस्कार योजना उच्च शिक्षा में गुणवत्तापूर्ण सुधार लाने और शोध के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में काम करेगी.

कैबिनेट बैठक में अन्य निर्णय

इस कैबिनेट बैठक में कुल छह प्रस्तावों को मंजूरी दी गई, जिनमें से उच्च शिक्षा पुरस्कार योजना प्रमुख था. कैबिनेट ने राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों में विकास को लेकर कई योजनाओं पर चर्चा की और आवश्यक निर्णय लिए. इस योजना से राज्य के शिक्षा क्षेत्र में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है और यह झारखंड को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक मॉडल राज्य बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है.

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