रांची: झारखंड सचिवालय सेवा संघ के चुनाव को लेकर सचिवालयों में राजनीतिक पारा चढ़ने लगा है। संघ की नई कार्यकारिणी के गठन के लिए चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और नामांकन की अंतिम तिथि 19 मई निर्धारित की गई है। इस बार अध्यक्ष पद पर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है, जहां दीप्ति शिखा हेरेंज अपनी मजबूत दावेदारी के साथ मैदान में हैं। उनके मुकाबले में विवेक आनंद बास्की और अनुज रजक जैसे सशक्त उम्मीदवार खड़े हैं, लेकिन सचिवालय के गलियारों में चर्चा है कि दीप्ति शिखा अपने प्रतिद्वंद्वियों पर भारी पड़ सकती हैं।
अध्यक्ष पद के तीनों उम्मीदवार 2013 बैच के हैं और लगभग 500 वोटरों के साथ यह बैच निर्णायक भूमिका निभा सकता है। इसके अलावा 2016 बैच के 90, 2012 बैच के 40 और 1995 बैच के लगभग 250 वोटर हैं। कुल मतदाताओं की संख्या 882 बताई जा रही है। दीप्ति शिखा को महिला उम्मीदवार होने का लाभ भी मिल सकता है, खासकर तब जब झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ की अध्यक्ष भी महिला हैं।
महासचिव पद पर भी कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। विधि विभाग के राजेश कुमार सिंह और जल संसाधन विभाग के अमित कुमार के बीच मुकाबला तय माना जा रहा है। सचिवालयकर्मियों के अनुसार, राजेश कुमार सिंह की पकड़ मजबूत मानी जा रही है।
संघ की मौजूदा कार्यकारिणी के अध्यक्ष ध्रुव प्रसाद और महासचिव सिद्धार्थ शंकर बेसरा इस बार चुनावी दौड़ में नहीं हैं। ध्रुव प्रसाद 2027 में सेवानिवृत्त हो जाएंगे, जबकि बेसरा ने संघीय राजनीति से सन्यास लेने की घोषणा कर दी है।
संघ के संयुक्त सचिव पद के लिए कैबिनेट में कार्यरत आनंद कुमार ने भी ताल ठोक दी है। जैसे-जैसे नामांकन की अंतिम तिथि नजदीक आ रही है, सचिवालयों में चुनावी सरगर्मी और तेज हो गई है। 22 मई को नामांकन पत्रों की जांच होगी, और 23 से 30 मई तक प्रचार का दौर चलेगा। मतदान एक जून को सिंहमोड़ हटिया स्थित पशुपालन निदेशालय में सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक होगा।
अब देखना यह है कि क्या झारखंड सचिवालय सेवा संघ को पहली बार महिला अध्यक्ष मिलने जा रही है, या फिर पारंपरिक समीकरण फिर से प्रभावी साबित होंगे। हर किसी की निगाहें 1 जून के मतदान और उसके परिणाम पर टिकी हैं।