झारखंड साहित्य अकादमी स्थापना संघर्ष समिति ने 14 जुलाई को प्रेस क्लब, रांची में एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन करने की घोषणा की है. इस समारोह में राज्य के प्रमुख साहित्यकारों को उनकी साहित्यिक सेवाओं और योगदान के लिए सम्मानित किया जाएगा. समारोह का आयोजन रविवार को दोपहर ढाई बजे से शाम 5:30 बजे तक किया जाएगा. सम्मान समारोह का मुख्य आकर्षण बिरसा मुंडा शिखर सम्मान से सम्मानित जयनंदन होंगे, जिन्हें समग्र साहित्यिक अवदान के लिए इस विशेष सम्मान से नवाजा जाएगा. जयनंदन के साहित्यिक योगदान ने झारखंड के साहित्य जगत में एक महत्वपूर्ण स्थान बनाया है, और उनके कार्यों ने साहित्य प्रेमियों के दिलों में एक अनूठी छाप छोड़ी है.
सम्मानित होने वाले साहित्यकारों की सूची:
- जयनंदन: बिरसा मुंडा शिखर सम्मान – समग्र साहित्यिक अवदान के लिए.
- अनिता रश्मि: बिनोद बिहारी महतो स्मृति सम्मान – उत्कृष्ट साहित्यिक लेखन के लिए.
- कालेश्वर: राधा कृष्ण स्मृति सम्मान – कथा लेखन के लिए.
- विनय सौरव: भारत आयावर स्मृति सम्मान – समकालीन कविता के लिए.
- नीलोत्पल रमेश: डॉ रामदयाल मुंडा स्मृति सम्मान – कथेतर साहित्य लेखन के लिए.
- अनिल किशोर सहाय: कॉमरेड महेंद्र प्रसाद सिंह स्मृति सम्मान – साहित्य पत्रकारिता के लिए.
- डॉ मुकुंद रविदास: रघुनाथ महतो स्मृति सम्मान – खोरठा कविता संग्रह के लिए.
- अलोका कुजूर: सुशीला सामद स्मृति सम्मान – कुड़ुख हिंदी लेखन के लिए.
- श्याम सी टुडू: रघुनाथ मुर्मू स्मृति सम्मान – संथाली साहित्य के लिए.
- सुकुमार: श्रीनिवास पानुरी स्मृति सम्मान – खोरठा भाषा संस्कृति के लिए.
- महादेव डुंगरियार: सृष्टिधर महतो स्मृति सम्मान – कुड़माली भाषा संस्कृति के लिए.
- डॉ विरेन्द्र कुमार महतो गोतिया: गिरधारी राम गंझू स्मृति सम्मान – नागपुरी भाषा साहित्य के लिए.
सम्मान समारोह की जानकारी देते हुए संघर्ष समिति के अध्यक्ष शिरोमणि महतो और महासचिव नीरज नीर ने मीडिया को बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य साहित्यकारों के अनमोल योगदान को सम्मानित करना और उन्हें प्रोत्साहित करना है. उन्होंने कहा कि झारखंड का साहित्यिक परिदृश्य हमेशा से ही विविध और समृद्ध रहा है, और इन साहित्यकारों के योगदान ने इस क्षेत्र को और भी ऊँचाइयों पर पहुँचाया है. समारोह में भाग लेने वाले साहित्यकारों और अतिथियों के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं. आयोजन स्थल पर स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर के साहित्यकारों के अलावा, साहित्य प्रेमी और विभिन्न साहित्यिक संगठनों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहेंगे. इस अवसर पर विभिन्न साहित्यिक पुस्तकों का विमोचन भी किया जाएगा और साहित्यकारों के अनुभवों और विचारों का आदान-प्रदान होगा. यह सम्मान समारोह झारखंड साहित्य अकादमी की स्थापना के संघर्ष को भी उजागर करेगा, जो राज्य में साहित्यिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने और बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. संघर्ष समिति के सदस्यों ने उम्मीद जताई कि यह आयोजन साहित्यकारों के योगदान को जन-जन तक पहुँचाने में सफल होगा और साहित्य के प्रति लोगों की जागरूकता और प्रेम को बढ़ाएगा. समारोह के अंत में, सम्मानित साहित्यकारों को स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र भेंट किए जाएंगे. इसके अलावा, विभिन्न साहित्यिक संगठनों और व्यक्तियों द्वारा साहित्य के क्षेत्र में आगे की योजनाओं और परियोजनाओं पर भी चर्चा की जाएगी.