झारखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनुराग गुप्ता ने राज्य में छात्राओं और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी जिलों के एसपी, रेंज डीआईजी और जोनल आईजी के साथ मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की. बैठक में डीजीपी ने विभिन्न संस्थानों में छात्राओं की सुरक्षा के उपायों की समीक्षा की और कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए.
महिलाओं और छात्राओं की सुरक्षा के लिए विशेष कदम
- कंट्रोल रूम और महिला थाना के नंबर छात्राओं को उपलब्ध कराना: डीजीपी अनुराग गुप्ता ने सभी एसपी को अपने क्षेत्र के मेडिकल कॉलेज, अस्पताल, नर्सिंग कॉलेज, कॉलेज और स्कूल की छात्राओं को पुलिस नियंत्रण कक्ष (कंट्रोल रूम), महिला थाना प्रभारी और नजदीकी थाने के नंबर उपलब्ध कराने का आदेश दिया है.
- डायल-112 के प्रति जागरूकता: डीजीपी ने कहा कि छात्राओं और महिलाओं को ‘डायल-112’ हेल्पलाइन सेवा के बारे में जागरूक किया जाए ताकि किसी भी आपात स्थिति में वे पुलिस से त्वरित सहायता प्राप्त कर सकें.
- सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना: सभी एसपी को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने क्षेत्र के सभी शैक्षणिक संस्थानों में 24 घंटे पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करें.इसके अलावा, महिला कर्मचारियों और छात्राओं के कार्यस्थलों पर शाम 7 बजे से सुबह 4 बजे तक विशेष सुरक्षा प्रबंध किए जाएं.
- मेला, हाट बाजारों में सुरक्षा उपाय: डीजीपी ने एसपी को निर्देश दिया कि वे अपने जिलों में मेला, हाट, और बाजारों में जाकर वहां की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करें और दुकानदारों से महिलाओं की समस्याओं के बारे में जानकारी लें.अवैध उगाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए गए हैं.
अन्य सुरक्षा उपाय
- सीसीटीवी और प्रकाश व्यवस्था: सभी एसपी को निर्देशित किया गया है कि वे अपने जिले के सभी महिला थानों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में सीसीटीवी कैमरों की जांच करें और जहां आवश्यक हो, नए कैमरे लगवाएं.इसके अलावा, खासकर उन जगहों पर जहां महिलाओं की उपस्थिति अधिक होती है, वहां पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था सुनिश्चित करें.
- महिला थानों की समीक्षा: जिलों में महिला थानों की स्थिति की समीक्षा की जाएगी.महिला थानों में तैनात पुलिसकर्मियों के व्यवहार और उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की भी निगरानी की जाएगी. डीजीपी ने महिला थानों में कार्यरत महिला थाना प्रभारी और अन्य महिला कर्मियों की भूमिका की समीक्षा करने का आदेश दिया है.
- बस चालकों की जांच: डीजीपी ने राज्य के सभी स्कूल बसों और राज्य से बाहर जाने वाली यात्री बसों के चालकों की ब्रेथ एनालाइजर से जांच करने के निर्देश दिए हैं, ताकि शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर नियंत्रण रखा जा सके.
रेलवे स्टेशनों पर भी कड़ी निगरानी
महिला सुरक्षा को और सुदृढ़ बनाने के लिए डीजीपी ने राज्य के सभी रेलवे स्टेशनों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच करने और खराब कैमरों को नए कैमरों से बदलने के निर्देश भी दिए हैं. इसका उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा के साथ-साथ रेलवे स्टेशनों पर नशाखोरी और अन्य अपराधों पर नियंत्रण रखना है.
बैठक में कौन-कौन थे शामिल?
इस बैठक में डीजीपी अनुराग गुप्ता के साथ एडीजी अभियान डॉ. संजय आनंदराव लाठकर, आईजी मुख्यालय मनोज कौशिक, आईजी रांची अखिलेश झा और राज्य के सभी जोनल आईजी, रेंज डीआईजी, एसएसपी और एसपी शामिल थे. बैठक में महिला सुरक्षा को लेकर गहन चर्चा की गई और आगे की रणनीति पर विचार किया गया.