दो दिनों के अवकाश के बाद झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार को फिर शुरू होने जा रहा है। शुक्रवार को सत्र की शुरुआत हुई थी तथा पहले दिन अनुपूरक बजट पेश किया गया था। इसके बाद शोक प्रकाश के साथ विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन की सभा स्थगित कर दी गई थी। अब जब दोबारा सोमवार को मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है, तब सत्र के हंगामेदार होने की संभावना जताई जा रही है। विपक्षी दल भाजपा ने विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है।सदन के बाहर और भीतर,पार्टी दोनों ही जगह प्रदर्शन की तैयारी में है। हालांकि सत्ताधारी पार्टी भी विपक्ष से निपटने के लिए पूरी तैयारी में है।
माना जा रहा है कि भाजपा मुख्य रूप से मोराबादी में पिछले आठ दिनों से धरना पर बैठे सहायक पुलिस कर्मियों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर आक्रामक रुख अखित्यार कर सकती है। इसके अलावा राज्य में विधि व्यवस्था, प्रवासी मजदूरों को लेकर भी भाजपा विपक्ष को घेरने की तैयारी में हैं। वहीं झारखंड लैंड म्यूटेशन बिल को लेकर भाजपा पहले से ही आक्रामक है। उधर, सरकार ने संकेत दिया है कि वोसदन में इस बिल को नहीं लाएगी। बावजूद इसके, बिल को लेकर भाजपा अभी सतर्क है।
मानसून सत्र के दूसरे दिन सोमवार को मुख्यमंत्री प्रश्नकाल नहीं होगा। सामान्य तौर पर सत्र के दौरान सोमवार को मुख्यमंत्री प्रश्नकाल होता है| इसमें सभा शुरू होने के एक घंटे पहले विधायक नीतिगत मामलों में लिखित रूप से अपना सवाल मुख्यमंत्री प्रश्नकाल के लिए देते हैं। लेकिन कोविड-19 के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए इस बार सोमवार को मुख्यमंत्री प्रश्नकाल स्थगित कर दिया गया है।
सोमवार को सत्र के दूसरे दिन अनुपूरक बजट पर पक्ष और विपक्ष की ओर से चर्चा होगी। इससे पहले शुक्रवार को ही विधानसभा में अनुपूरक बजट पेश किया गया था।इसके अलावा, झारखंड सरकार के 31 मार्च 2018 को समाप्त हुए वर्ष के लिए भारत के नियंत्रक महालेखा परीक्षक का राज्य वित्त, राजस्व क्षेत्र, सामान्य सामाजिक एवं आर्थिक क्षेत्र तथा 31 मार्च 2019 को समाप्त हुए वर्ष के लिए राज्य वित्त के लेखा परीक्षा रिपोर्ट को विधानसभा के पटल पर भी रखा जाएगा।