झारखंड पुलिस विभाग में नए साल की शुरुआत के साथ ही बड़े पैमाने पर आईपीएस अधिकारियों के तबादले और प्रमोशन की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है. जनवरी 2024 में नौ आईपीएस अधिकारियों की प्रोन्नति प्रभावी हो जाएगी, जिसके बाद उन्हें उनके नए पदों पर तैनात किया जाएगा. इसमें तीन डीआईजी को आईजी रैंक में और छह एसपी को डीआईजी रैंक में प्रोन्नति दी गई है. इसके अलावा, केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात तीन अन्य आईपीएस अधिकारियों को प्रोफार्मा प्रोन्नति दी गई है.
तबादले और प्रोन्नति की तैयारी
झारखंड पुलिस विभाग में तबादलों और प्रोन्नतियों को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई विभागीय प्रोन्नति समिति की बैठक में इन फैसलों पर मुहर लगाई गई. इसके अनुसार, एक जनवरी 2024 से नौ आईपीएस अधिकारियों को उनके नए रैंक में पदोन्नत किया जाएगा. प्रोन्नति पाने वाले अधिकारियों में रांची के डीआईजी अनूप बिरथरे, हजारीबाग के डीआईजी सुनील भास्कर और जैप के डीआईजी पटेल मयूर कन्हैयालाल शामिल हैं. ये तीनों अधिकारी 2007 बैच के आईपीएस हैं, जिन्हें आईजी रैंक में प्रोन्नति दी गई है.
एसपी से डीआईजी रैंक में प्रमोशन
2022 बैच के छह आईपीएस अधिकारियों को एसपी से डीआईजी रैंक में प्रोन्नत किया गया है. इसमें रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा, देवघर के एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग, विशेष शाखा के एसपी चंदन कुमार झा, झारखंड जगुआर के एसपी प्रियदर्शी आलोक, सीआईडी के एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा और जैप-3 के कमांडेंट अंबर लकड़ा का नाम शामिल है. ये सभी अधिकारी एक जनवरी से अपने नए पद पर पदस्थापित होंगे.
महिला अधिकारियों को भी प्रोन्नति
केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात दो महिला आईपीएस अधिकारी, जया राय और शिवानी तिवारी को भी डीआईजी रैंक में प्रोफार्मा प्रोन्नति दी गई है. जया राय वर्तमान में एनआईए में एसपी के पद पर तैनात हैं, जबकि शिवानी तिवारी सीबीआई में एसपी के रूप में कार्यरत हैं. ये दोनों अधिकारी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद प्रोन्नत पद पर योगदान देंगी.
अन्य अधिकारियों को भी प्रोन्नति
2007 बैच के आईपीएस अधिकारी राकेश बंसल, जो वर्तमान में भारत सरकार के कैबिनेट सचिवालय में निदेशक के रूप में तैनात हैं, को भी आईजी रैंक में प्रोफार्मा प्रोन्नति दी गई है.
तबादले की प्रक्रिया जल्द शुरू
प्रोन्नत अधिकारियों को नए पदों पर तैनात करने के साथ ही झारखंड में बड़े पैमाने पर तबादले की प्रक्रिया भी शुरू होगी. कई जिलों के एसपी बदले जाएंगे और नई जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी.
विभागीय निर्णय की अहमियत
यह कदम झारखंड पुलिस में प्रशासनिक सुधार और बेहतर संचालन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है. प्रोन्नति और तबादलों से जहां अधिकारियों को अपने करियर में आगे बढ़ने का मौका मिलेगा, वहीं विभाग के संचालन में भी नई ऊर्जा आएगी.