झारखंड की राजनीतिक स्थिति में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है जब सत्ता पक्ष के विधायक दल की मुख्यमंत्री आवास में बुधवार को होने वाली बैठक ने राजनीतिक गतिविधियों में नई ऊर्जा भर दी है. इस बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार करना है, जिसमें सभी गठबंधन सदस्यों के साथ मिलकर एक साझी रणनीति बनाने की कोशिश की जाएगी.
विधानसभा चुनाव की तैयारी
झारखंड में विधानसभा चुनाव की तैयारी में अहम चरण की शुरुआत हो रही है. इस बैठक में हर विधानसभा सीट पर विस्तार से विचार-विमर्श होने की उम्मीद है, ताकि सभी सीटों पर उत्कृष्ट उम्मीदवार चयनित किए जा सकें। इसके साथ ही, विधायकों के बीच चुनावी अभियान को लेकर एकता बनाने के लिए भी रणनीति विकसित की जाएगी. गठबंधन के विभिन्न पार्टीयों के बीच इस बार चुनावी साझेदारी को लेकर भी मुहालत होने की संभावना है.
कैबिनेट विस्तार का मामला
कैबिनेट विस्तार के मामले में भी गहराई से चर्चा होने की संभावना है. एलमगीर आलम के टेंडर घोटाले में जेल में जाने के बाद, कांग्रेस कोटे से एक मंत्री पद खाली है, जिस पर अभी तक कोई नया नियुक्ति नहीं हुई है. इस संदर्भ में, कांग्रेस के विधायक इरफान अंसारी के नाम पर भी चर्चाएँ चल रही हैं, लेकिन हेमंत सोरेन की जेल से रिहाई के बाद, इस मामले में कुछ स्थितिगत बदलाव आया है.
पिछली विधायक दल की बैठक और महत्व
पिछली विधायक दल की बैठक में, जहां हेमंत सोरेन के खिलाफ ईडी की जांच और सुनवाई के बीच, सभी विधायकों से हस्ताक्षर लिए गए थे, बुधवार की मीटिंग भी वैसे ही रही, जहां राजनीतिक माहौल और गठबंधन की एकता की जांच की गई. इस बार, बैठक में भी विधायकों के बीच राजनीतिक परिस्थितियों के बारे में विस्तार से चर्चा होने की संभावना है.
हेमंत सोरेन द्वारा सोशल मीडिया पर शायरी
इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपनी दृढ़ता और साहस को दिखाते हुए एक कविता साझा की है, जिसमें उन्होंने अपनी अप्रतिम व्यक्तित्व और दृढ़ता को अभिव्यक्त किया है. उनकी कविता में उन्होंने कहा है:
”इस जग में, जितने जुल्म नहीं, उतने सहने की ताकत है.
तानों के भी शोर में रह कर सच कहने की आदत है.
मैं सागर से भी गहरा हूं, तुम कितने कंकड़ फेंकोगे.
चुन-चुन कर आगे बढ़ूंगा मैं, तुम मुझको कब तक रोकोगे.