झारखण्ड राज्य में हाल ही के खबरों में संक्रमण कम होते नज़र आ रहे थे। पर वही, शादियों के मौसम में संक्रमण में अब उछाल देखा जा रहा है। अस्पताल में दाखिल किये गए संक्रमितों ने भी माना कि वे शादियों में शामिल हुए जिसके बाद उनके साथ-साथ उनके परिवार के भी कई लोग संक्रमित पाय गए। संक्रमितों की अब यह स्थिति है कि अस्पतालों में उन्हें सीधा आईसीयू में भर्ती करना पड़ रहा है। पिछले 10 दिनों में राज्य के निजी व सरकारी अस्पतालों में 40 से 50 फिसदी तक बेड भर चुके है।
विशेषज्ञों का संक्रमितों पर कहना है कि संक्रमित अब पहले से ज़्यादा गंभीर हालत में आ रहे है। हाई ऑक्सीजन फ्लो पर रखने के बाद भी उनकी स्थिति में कोई खास सुधार नहीं हो रहा। अब तक एक-दो मरीज़ों को वेंटिलेटर पर भी रखा जा चूका है। रिम्स में भी अब तक सात संक्रमित मरीज़ों को गंभीर अवस्था में भर्ती किया जा चूका है। डॉक्टरों ने बताया कि पेट ख़राब होना भी कोरोना संक्रमण का एक लक्षण है जिसके 25% संक्रमित मरीज़ पाए गए हैं।
रैपिड एंटीजन के कारण भी फ़ैल रहा है संक्रमण
डॉक्टरों का मानना है कि लोग रैपिड एंटीजन द्वारा टेस्टिंग करा कर कंफ्यूज हो रहे हैं। शरीर में कम संक्रमण के कारण वायरस की पहचान नहीं हो पा रही और लोग अपने सामान्य जीवनशैली में जीने लग रहे हैं। इसी वजह से वे अपने परिवार सहित अपने आस-पड़ोस को भी संक्रमित कर रहे हैं। लिहाज़ा, राज्य में संक्रमितों की संख्या में वृद्धि देखने को मिल रही है।