झारखंड सरकार की मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों के लिए बड़ी खुशखबरी है. सरकार ने घोषणा की है कि ईद, सरहुल और रामनवमी के अवसर पर 18 लाख महिलाओं के खातों में 10,000 रुपये की राशि भेजी जाएगी. यह राशि योजना के तहत लंबित चार किस्तों की होगी. लंबे समय से योजना के लाभ से वंचित रह गई महिलाओं को इस घोषणा से बड़ी राहत मिलेगी.
होली पर 7500 रुपये भेजे गए थे, लेकिन कई महिलाओं को नहीं मिला पैसा
इससे पहले, होली के मौके पर 38 से 40 लाख लाभुकों के खातों में तीन महीने की राशि यानी 7500 रुपये भेजे गए थे. लेकिन बड़ी संख्या में महिलाएं ऐसी थीं, जिनके खाते में यह पैसा नहीं पहुंचा. इससे वे चिंता में पड़ गईं कि कहीं उनका नाम योजना से हटा तो नहीं दिया गया या फिर किसी तकनीकी कारण से पैसा रुका हुआ है. इस मुद्दे को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरने की कोशिश की. विपक्ष का आरोप है कि योजना की शुरुआत में चुनावी फायदे के लिए 56 लाख महिलाओं को पैसा दिया गया, लेकिन चुनाव खत्म होते ही उन्हें ठगने का काम किया गया. विपक्ष का कहना है कि सरकार ने योजना के नाम पर सिर्फ वादे किए, लेकिन जमीनी हकीकत में महिलाएं इससे वंचित रह गईं.
विधानसभा में उठा मामला, सरकार ने दिया जवाब
मंईयां सम्मान योजना के तहत महिलाओं को समय पर पैसा न मिलने का मुद्दा विधानसभा में भी गूंजा. जमशेदपुर पूर्वी से विधायक पूर्णिमा दास ने सदन में लगातार इस मुद्दे को उठाया और सरकार से जवाब मांगा. उन्होंने कहा कि महिलाओं से वादा किया गया था कि उन्हें हर महीने 2500 रुपये मिलेंगे, लेकिन कई महिलाओं को अब तक एक भी किस्त नहीं मिली. इसके जवाब में सत्ता पक्ष ने स्पष्ट किया कि 18 लाख महिलाओं के खातों में जल्द ही 10,000 रुपये की राशि भेजी जाएगी. सरकार ने बताया कि कुछ तकनीकी त्रुटियों के कारण कई लाभुकों के खाते में पैसा नहीं पहुंचा था, लेकिन इसे जल्द ठीक किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि सभी लंबित भुगतान जल्द से जल्द पूरा किया जाए.
क्यों रुका था पैसा? जानिए सरकार का जवाब
सरकार की ओर से बताया गया कि कई महिलाओं के बैंक खातों में तकनीकी गड़बड़ी के कारण पैसा नहीं पहुंचा. मुख्य कारणों में शामिल हैं:
• बैंक खाते का आधार से लिंक न होना – जिन महिलाओं के खाते आधार से लिंक नहीं थे, उनमें भुगतान नहीं हो पाया.
• नाम की स्पेलिंग त्रुटि – राशन कार्ड, आधार कार्ड और बैंक खाते में नाम अलग-अलग होने से पैसा अटक गया.
• गलत बैंक खाता नंबर – ऑनलाइन आवेदन के दौरान कई लाभुकों ने गलत खाता नंबर दर्ज कर दिया, जिससे पैसा ट्रांसफर नहीं हो सका.
• सरकार ने इन त्रुटियों को ठीक करने का काम शुरू कर दिया है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि आगामी त्योहारों से पहले सभी लाभुकों के खाते में पैसा पहुंच जाए.
महिलाओं को जल्द मिलेगा योजना का लाभ
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संबंधित विभाग को निर्देश दिया है कि अगले कुछ दिनों में सभी लंबित बकाया राशि का भुगतान कर दिया जाए. ईद, सरहुल और रामनवमी के अवसर पर सरकार 18 लाख महिलाओं के खातों में 10,000 रुपये भेजेगी, जिससे योजना का लाभ पाने वाली महिलाओं को आर्थिक राहत मिलेगी. सरकार का कहना है कि इस योजना को पूरी पारदर्शिता के साथ लागू किया जाएगा, ताकि कोई भी पात्र लाभुक इससे वंचित न रहे. जिन महिलाओं को अब तक योजना का लाभ नहीं मिला है, वे अपने बैंक खाते और आधार लिंकिंग की स्थिति की जांच कर सकती हैं और संबंधित प्रखंड कार्यालय में इसकी जानकारी ले सकती हैं.