झारखंड में मध्याह्न भोजन योजना के अंतर्गत रसोईया सह सहायिकाओं के लिए राज्य योजना अंतर्गत दिए जाने वाले अतिरिक्त मानदेय में पांच सौ रुपये का इजाफा किया गया है। अब इन्हें मानदेय के रूप में प्रतिमाह दो हजार रुपये मिलेंगे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मध्याह्न भोजन योजना के अंतर्गत कार्यरत रसोईया-सह-सहायिकाओं को राज्य योजना अंतर्गत दिए जाने वाले अतिरिक्त मानदेय को लेकर 39.78 करोड़ रुपये व्यय करने की स्वीकृति दे दी है। यह राशि वार्षिक दस माह के लिए है।
बता दें कि केंद्र प्रायोजित इस योजना के अंतर्गत विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए मध्याह्न भोजन के तहत कार्यरत प्रत्येक रसोईया-सह-सहायिका को एक हजार रुपये मानदेय देने का प्रविधान है। इसमें केंद्र सरकार 60 प्रतिशत और राज्य सरकार 40 प्रतिशत का अंशदान करती है। लेकिन राज्य सरकार द्वारा अपने संसाधनों से इन्हें हर माह अतिरिक्त पांच सौ रुपए जोड़कर देती आ रही है। इस राशि में अब पांच सौ रुपए की बढ़ोत्तरी कर एक हजार रुपए कर दिया गया है। इस तरह सभी रसोईयों-सह-सहायिकाओं को प्रतिमाह दो हजार रुपए मानदेय मिलेगा। यह बढ़ोत्तरी एक अप्रैल 2021 से प्रभावी होगी। इसका लाभ 79,591 रसोईया-सह-सहायिका को मिलेगा।