झारखंड के एक किसान को हाल ही में बिजली विभाग से 90 लाख रुपये का बिजली बिल मिला, जिसने उसके होश उड़ा दिए. इस मुद्दे को लेकर किसान ने जब विभाग से शिकायत की, तो जांच के बाद विभाग ने बताया कि वास्तव में किसान के ऊपर 1 करोड़ रुपये का बकाया है. यह मामला झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली बिलिंग प्रणाली की खामियों को उजागर करता है, जिससे कई किसानों और आम नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
बिजली बिल का अचंभा
झारखंड के एक छोटे से गांव में रहने वाले किसान, रामस्वरूप यादव, जब अपने घर का बिजली बिल देख रहे थे, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. बिल में 90 लाख रुपये का भुगतान करने का आदेश था. रामस्वरूप ने तुरंत अपने नजदीकी बिजली कार्यालय में जाकर इस मुद्दे की शिकायत की. उन्होंने बताया कि उनके घर में इतनी बिजली खपत होना असंभव है और यह बिल किसी बड़ी गलती का परिणाम है.
विभाग की प्रतिक्रिया
किसान की शिकायत पर विभाग ने जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में पता चला कि बिलिंग में कुछ तकनीकी समस्याएं थीं. इसके बाद विभाग ने गहन जांच की, जिसमें यह खुलासा हुआ कि रामस्वरूप यादव के बिजली खाते में 1 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है. यह सुनकर रामस्वरूप और भी ज्यादा चौंक गए और उन्होंने इस मामले की विस्तृत जांच की मांग की.
बिलिंग प्रणाली की खामियां
इस घटना ने बिजली विभाग की बिलिंग प्रणाली में व्याप्त खामियों को उजागर किया. कई ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली मीटर सही ढंग से काम नहीं करते, जिससे उपभोक्ताओं को गलत बिलिंग का सामना करना पड़ता है. इसके अलावा, मीटर रीडिंग और बिल जनरेशन के बीच की प्रक्रियाओं में भी कई बार गलतियां हो जाती हैं, जिससे इस प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होती हैं.
ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याएं
झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली बिलिंग से संबंधित समस्याएं नई नहीं हैं. कई किसानों और ग्रामीणों ने इस बात की शिकायत की है कि उनके बिजली बिल में भारी बढ़ोतरी हो रही है, जबकि उनकी वास्तविक बिजली खपत बहुत कम है. इससे उनकी आर्थिक स्थिति पर भी प्रभाव पड़ता है, क्योंकि उन्हें अधिक बिलों का भुगतान करना पड़ता है. रामस्वरूप यादव का मामला इसी समस्या का एक उदाहरण है.
समाधान की दिशा में प्रयास
इस मामले के बाद, बिजली विभाग ने आश्वासन दिया है कि वे इस समस्या का समाधान करने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे. विभाग ने कहा कि वे बिलिंग प्रणाली में सुधार करने के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग करेंगे और मीटर रीडिंग की प्रक्रिया को और अधिक सटीक बनाएंगे. इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि वे उन मामलों की विस्तृत जांच करेंगे, जहां उपभोक्ताओं ने अत्यधिक बिलिंग की शिकायत की है.
किसानों की आवाज
रामस्वरूप यादव ने इस मामले को लेकर अपने गांव के अन्य किसानों से बातचीत की. उन्होंने पाया कि कई अन्य किसानों को भी इस प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. रामस्वरूप ने कहा, “हम किसान पहले से ही कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं, और इस प्रकार की गलत बिलिंग ने हमारी मुश्किलों को और बढ़ा दिया है. हमें उम्मीद है कि सरकार और बिजली विभाग हमारी समस्याओं का समाधान करेंगे.“
सरकार की भूमिका
राज्य सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और बिजली विभाग को जल्द से जल्द समाधान निकालने का आदेश दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा, “हम किसानों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील हैं और उनकी हर संभव मदद करेंगे. बिजली विभाग को यह सुनिश्चित करना होगा कि बिलिंग प्रणाली में कोई गलती न हो और उपभोक्ताओं को सही बिल मिले.