झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी का रांची दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी शनिवार को झारखंड पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत हुआ. यह दौरा संविधान और चुनावी रणनीतियों को लेकर और खासकर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के साथ गठबंधन को और मजबूती देने के उद्देश्य से खास था.
राहुल गांधी का रांची आगमन और स्वागत
राहुल गांधी का झारखंड आगमन राजधानी रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर हुआ, जहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने उनका भव्य स्वागत किया. एयरपोर्ट पर झारखंड कांग्रेस के प्रभारी गुलाम अहमद मीर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव और कृषि मंत्री दीपिका पांडेय सिंह समेत कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे. एयरपोर्ट से राहुल गांधी सीधे होटल रेडिसन ब्लू पहुंचे, जहां उन्होंने पार्टी के नेताओं और ‘INDIA’ गठबंधन के सहयोगी दलों के नेताओं के साथ मुलाकात की. इस मुलाकात के जरिए चुनावी तैयारियों और गठबंधन की रणनीतियों पर चर्चा की गई.
संविधान सम्मेलन और प्रतिनिधियों के साथ संवाद
राहुल गांधी के इस दौरे का मुख्य आकर्षण ‘संविधान सम्मेलन’ था, जिसका आयोजन शौर्य सभागार में किया गया था. इस सम्मेलन में सिविल सोसाइटी के सदस्य, विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि और कई अन्य प्रमुख लोग शामिल हुए थे. लगभग 500 से ज्यादा प्रतिनिधियों के साथ संवाद करते हुए राहुल गांधी ने संविधान के महत्व, लोकतंत्र की सुरक्षा और चुनावी तैयारियों के बारे में बात की. संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए पार्टी की नीतियों पर भी चर्चा की गई. इस सम्मेलन की तैयारी बड़े स्तर पर की गई थी और इसे सफल बनाने में झारखंड प्रदेश कांग्रेस और दिल्ली की टीमों ने मिलकर काम किया था.
हेमंत सोरेन से मुलाकात
राहुल गांधी की झारखंड यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी उनकी महत्वपूर्ण मुलाकात हुई. हेमंत सोरेन, जो झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं, ने राहुल गांधी से मुलाकात करके गठबंधन की सीटों के बंटवारे पर चर्चा की. झारखंड में झामुमो और कांग्रेस का गठबंधन पहले से ही मजबूत माना जा रहा था, लेकिन इस मुलाकात के बाद सीटों के बंटवारे को लेकर स्पष्टता आ गई.
70 सीटों पर लड़ेगी कांग्रेस-झामुमो गठबंधन
झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और झामुमो ने 70 सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ने की घोषणा की है. यह घोषणा हेमंत सोरेन ने कांग्रेस के चुनाव प्रभारी गुलाम अहमद मीर की उपस्थिति में की. बाकी 11 सीटों पर राजद और वामपंथी दल अपने उम्मीदवार उतारेंगे. गठबंधन की यह घोषणा राहुल गांधी के रांची आगमन के पहले ही हो चुकी थी, लेकिन अब यह साफ हो गया है कि कांग्रेस और झामुमो की प्रमुख भूमिका इस चुनाव में होगी.
कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची 20 अक्टूबर को संभावित
गठबंधन की सीटें तय होने के बाद अब कांग्रेस और झामुमो के उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. संभावना है कि कांग्रेस अपने उम्मीदवारों की सूची 20 अक्टूबर को जारी करेगी. इसके बाद अन्य सहयोगी दल भी अपने उम्मीदवारों की घोषणा करेंगे.