झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में भाजपा के सह प्रभारी और असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने सोमवार को दुमका की आशीर्वाद सभा में हेमंत सोरेन सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार केवल मुस्लिम तुष्टिकरण और बांग्लादेशी घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन अब आदिवासियों के नेता नहीं रहे बल्कि “घुसपैठियों के सरदार” बन गए हैं.
संताल परगना में जनसंख्या परिवर्तन की चेतावनी
दुमका के यज्ञ मैदान में आयोजित भाजपा की नामांकन सह आशीर्वाद सभा में उपस्थित भाजपा कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को संबोधित करते हुए सरमा ने कहा कि यह चुनाव संताल परगना की जनसांख्यिकी को बांग्लादेशी घुसपैठियों से बचाने का चुनाव है. सरमा ने झारखंड की तुलना असम से करते हुए कहा कि जिस तरह असम में बांग्लादेशी घुसपैठ के कारण 40% मुस्लिम आबादी हो गई है, उसी तरह अब संताल परगना में भी स्थिति बदलती जा रही है. उन्होंने कहा कि असम में पहले की सरकारों ने वोट बैंक के लिए बांग्लादेशी घुसपैठ को बढ़ावा दिया था, जिससे वहां की जनसांख्यिकी बदल गई. इसी प्रकार, संताल परगना में भी घुसपैठ के कारण जनजाति समाज की आबादी घट रही है और मुस्लिम आबादी बढ़ रही है.
संताल परगना में 20% मुस्लिम आबादी का मुद्दा
हिमंता बिस्वा सरमा ने आरोप लगाया कि संताल परगना में मुसलमानों की आबादी 20% से भी अधिक हो चुकी है, जिसका बड़ा कारण बांग्लादेशी घुसपैठ है. उनका कहना था कि हेमंत सोरेन सरकार इस घुसपैठ को रोकने के बजाय इसे बढ़ावा दे रही है. उन्होंने कहा कि इन घुसपैठियों का यहां की जमीन और संपत्ति पर कब्जा बढ़ रहा है और वे स्थानीय संस्कृति को नष्ट कर रहे हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ये घुसपैठिए संताल समाज की लड़कियों को बहला-फुसलाकर शादी कर लेते हैं और उनकी संपत्ति पर कब्जा कर लेते हैं. इसके साथ ही अनुसूचित जनजाति के लाभ भी उठाते हैं.
धर्म परिवर्तन और राजनीतिक लाभ का आरोप
हिमंता बिस्वा सरमा ने आगे कहा कि ये घुसपैठिए जिन संताल लड़कियों से शादी करते हैं, उनका धर्म परिवर्तन कराते हैं और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीटों पर चुनाव लड़ते हैं. इस प्रकार, घुसपैठिये न सिर्फ आर्थिक लाभ कमा रहे हैं बल्कि राजनीतिक ताकत भी हासिल कर रहे हैं. सरमा ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि यह झारखंड के जनजातीय समाज और उनकी संस्कृति के लिए गंभीर खतरा है. इसके अलावा, जनजातीय महिलाओं और अन्य समाज की बालिकाओं पर लगातार अत्याचार की घटनाएं बढ़ रही हैं, लेकिन हेमंत सोरेन की सरकार इसे रोकने के बजाय घुसपैठियों को प्रोत्साहित कर रही है.
जनजातीय समाज की सुरक्षा पर सवाल
हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि झारखंड की मौजूदा गठबंधन सरकार जनजातीय समाज की रक्षा करने में पूरी तरह विफल रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा का उद्देश्य संताल परगना और झारखंड के अन्य हिस्सों में हो रहे जनसांख्यिकीय परिवर्तन को रोकना है. उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं और आम जनता से अपील की कि वे आगामी चुनाव में भाजपा को समर्थन दें ताकि झारखंड को घुसपैठियों से मुक्त कराया जा सके और जनजातीय समाज की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
भाजपा का आह्वान और हेमंत सरकार पर हमला
अपने संबोधन में सरमा ने हेमंत सोरेन सरकार पर “बंटी और बबली” की सरकार का आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार केवल सत्ता में बने रहने के लिए तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. उन्होंने कहा कि झारखंड में भाजपा एक ऐसी सरकार बनाना चाहती है जो जनजातीय समाज के हितों की रक्षा करे और घुसपैठियों पर कड़ी कार्रवाई करे.