भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के लिए अपने 2 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की है, जिसमें बरहेट (एसटी) और टुंडी विधानसभा सीटों के प्रत्याशी शामिल हैं. इस लिस्ट के तहत, बीजेपी ने बरहेट सीट से हेमंत सोरेन के खिलाफ गमालियल हेम्ब्रम को उतारा है. बरहेट सीट संताल परगना क्षेत्र में है, जहां से झारखंड के मौजूदा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन चुनाव लड़ते हैं. उनके खिलाफ बीजेपी का ये कदम एक अहम राजनीतिक संदेश माना जा रहा है.
बरहेट सीट पर गमालियल हेम्ब्रम की उम्मीदवारी
बीजेपी ने हेमंत सोरेन के खिलाफ गमालियल हेम्ब्रम को उम्मीदवार बनाकर मुकाबले को रोचक बना दिया है. गमालियल हेम्ब्रम झारखंड में एक प्रमुख नेता माने जाते हैं और उनकी साख आदिवासी समुदाय में अच्छी है. बीजेपी की ये कोशिश है कि हेमंत सोरेन के मजबूत गढ़ में उन्हें चुनौती दी जाए, ताकि आदिवासी बहुल इस सीट पर अपनी पकड़ मजबूत की जा सके. बरहेट सीट झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के लिए महत्वपूर्ण है, और हेमंत सोरेन ने यहां से कई बार जीत दर्ज की है. ऐसे में गमालियल हेम्ब्रम को उतारना बीजेपी की ओर से एक सोची-समझी रणनीति मानी जा रही है.
टुंडी से विकास महतो को टिकट
बीजेपी की इस लिस्ट में दूसरी प्रमुख घोषणा टुंडी विधानसभा सीट को लेकर की गई है. टुंडी से बीजेपी ने विकास महतो को मैदान में उतारा है. यह सीट भी पार्टी के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है. विकास महतो पार्टी के अनुभवी नेता हैं और झारखंड की राजनीति में उनकी अच्छी पकड़ है. टुंडी क्षेत्र में बीजेपी अपने प्रभाव को और मजबूत करना चाहती है और विकास महतो को उम्मीदवार बनाकर पार्टी ने क्षेत्र के वोटर्स को अपने पक्ष में करने की कोशिश की है.
अरुण सिंह ने किया उम्मीदवारों का ऐलान
इस सूची की घोषणा बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह द्वारा सोमवार, 28 अक्टूबर को की गई. अरुण सिंह ने एक प्रेस विज्ञप्ति के जरिए यह बताया कि पार्टी ने झारखंड चुनाव के लिए 2 नए उम्मीदवारों की सूची जारी की है. इसके साथ ही यह भी कहा गया कि पार्टी ने बरहेट और टुंडी सीटों के उम्मीदवारों के चुनाव में सावधानीपूर्वक विचार किया है ताकि राज्य में पार्टी का प्रदर्शन बेहतर किया जा सके.
सभी 68 सीटों पर बीजेपी के प्रत्याशी घोषित
बीजेपी ने 19 अक्टूबर को अपने 66 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी. आज की सूची जारी होने के साथ ही झारखंड में बीजेपी को मिली सभी 68 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान हो चुका है. पार्टी ने इस बार आजसू (ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन), जदयू (जनता दल यूनाइटेड) और लोजपा (लोक जनशक्ति पार्टी) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है. इन 68 सीटों पर बीजेपी के प्रत्याशियों की घोषणा होने के बाद अब पार्टी पूरी तरह से चुनावी अभियान में जुट गई है.
गठबंधन की रणनीति
झारखंड में चुनावी गठबंधन के तहत बीजेपी ने कई सीटें अपने सहयोगी दलों के लिए छोड़ी हैं, लेकिन जिन सीटों पर बीजेपी लड़ रही है, वहां पार्टी पूरी ताकत से चुनावी मैदान में उतरेगी. इस गठबंधन का उद्देश्य झारखंड में एक स्थिर सरकार बनाना है और विपक्ष को कड़ी टक्कर देना है. पार्टी ने अपने उम्मीदवारों का चुनाव करते समय स्थानीय समीकरणों और क्षेत्रीय मुद्दों पर खास ध्यान दिया है. खासकर आदिवासी इलाकों में बीजेपी का फोकस रहा है, जहां पर झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस का प्रभाव रहा है.
पार्टी की चुनावी तैयारी और रणनीति
बीजेपी इस चुनाव में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए पूरे जोर-शोर से जुटी हुई है. झारखंड की राजनीति में आदिवासी वोटरों का अहम रोल होता है, और पार्टी ने इसी के तहत अपने उम्मीदवारों का चयन किया है. इसके साथ ही, पार्टी अपने चुनाव प्रचार में पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्र की नीतियों पर फोकस कर रही है. पार्टी नेतृत्व का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि और उनकी योजनाएं वोटरों को आकर्षित करेंगी और इससे पार्टी को फायदा मिलेगा.