झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो बीते कुछ समय से बीमार चल रहे हैं।कोरोना से संक्रमित होने के बाद उनके स्वास्थ्य में किसी तरह का सुधार देखने को नहीं मिल रहा है। मंत्री की बिगड़ती तबीयत को देखते हुए चिकित्सकों ने उनके लंग्स ट्रांसप्लांट का फैसला किया है। एमजीएम चेन्नई में इलाजरत शिक्षा मंत्री का अस्पताल के पल्मोनोलॉजी और चेस्ट विभाग में लंग्स ट्रांसप्लांट किया जाएगा। बीते महीने उन्हें बेहतर इलाज के लिए रांची से विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में एयर एम्बुलेंस से चेन्नई ले जाया गया था।
चेन्नई के एमजीएम में भर्ती शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के लंग्स ट्रांसप्लांट के लिए डोनर की तलाश की जा रही है। चिकित्सकों ने बताया कि लंग्स ट्रांसप्लांट के लिए किसी ऐसे डोनर की तलाश की जा रही है, जो ब्रेन डेड हो। फिलहाल, ट्रांसप्लांट के लिए कोई लंग्स डोनर नहीं मिला है, लेकिन उसकी तलाश जारी है।
जानकारी के मुताबिक इस पूरी प्रक्रिया में लगभग 30 लाख रुपये का खर्च आएगा। खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन,शिक्षा मंत्री के स्वास्थ्य के संबंध में चिकित्सकों से लगातार जानकारी ले रहे हैं। चिकित्सकों के अनुसार शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की जो सर्जरी होनी है, वो रेयर कैटेगरी में आती है। पूरे एशिया महाद्वीप में बहुत कम ही लोग हैं, जिनकी यह सर्जरी की गई है।
दरअसल, शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को बीते 10 दिन से ईसीएमओ पर रखा गया था। इसके बावजूद, उनके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ। शिक्षा मंत्री के स्वास्थ्य को देखते हुए एमजीएम के पल्मोनोलॉजी विभाग के चिकित्सक अपार जिंदल ने लंग्स ट्रांसप्लांट को ही एकमात्र विकल्प बताया है। इसके लिए मंत्री जगरनाथ महतो के परिवार से भी सहमति ले ली गई है।
बता दें कि, 28 सितंबर को झारखंड सरकार में शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। कोरोना वायरस से संक्रमण की चपेट में आने के बाद महतो को राजधानी रांची के रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में बेहतर उपचार के लिए उन्हें मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मेडिका में उपचार के बाद भी हालत में सुधार न होते देख उन्हें चिकित्सकों की निगरानी में एयर एम्बुलेंस के जरिए चेन्नई के एमजीएम ले जाया गया था।