चेन्नई के एमजीएम अस्पताल में इलाजरत झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई| फिलहाल अगले और 10 दिनों तक चेन्नई में ही रुके रहेंगे। चिकित्सक उन्हें घर भेजने से पहले किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं। संभावना है कि शिक्षा मंत्री आगामी 2 जून तक झारखंड वापस लौट सकते हैं।
9 फरवरी को मिली थी अस्पताल से छुट्टी, दोबारा कराए गए थे भर्ती..
शिक्षा मंत्री ने बताया कि फिजियोथेरेपी से शरीर में काफी इम्प्रूवमेंट आया है। अब खुद से अस्पताल परिसर में टहल रहा हूं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि झारखंड लौटते ही कई बड़े काम उन्हें करने हैं। झारखंड की जनता के हित में अभी बहुत सारे काम करना हैं। मैंने मौत को मात दिया है, यह नवजीवन संपूर्ण रूप से जनता को समर्पित होगा। लंग्स ट्रांसप्लांट के बाद 9 फरवरी, 21 को शिक्षा मंत्री को अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी। इसके बाद वह चेन्नई में ही स्वास्थ्य लाभ कर रहे थे। इसी बीच तबीयत में कुछ गिरावट आने के बाद उन्हें दोबारा अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
8 माह से थे अस्पताल में भर्ती..
शिक्षा मंत्री साढ़े 8 माह से भी अधिक समय से अस्पताल में हैं। शिक्षा मंत्री पिछले साल 28 सितंबर को कोरोना पॉजिटिव हुए थे, जिसके बाद रांची रिम्स में भर्ती हुए। सुधार नहीं होने पर उन्हें मेडिका में भर्ती कराया गया। यहां गंभीरावस्था में उन्हें एयरलिफ्ट कर चेन्नई एमजीएम में शिफ्ट कराया था। डॉक्टरों ने आखिरी विकल्प को अपनाते हुए पिछले साल 10 नवंबर को उनका लंग्स ट्रांसप्लांट किया था। इसके के बाद तीन महीने तक अस्पताल में चिकित्सकों की देखरेख में थे। 9 फरवरी को डॉक्टरों ने उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी थी। शिक्षा मंत्री का लंग्स ट्रांसप्लांट डॉ. अपार जिंदल ने किया था।