हाल ही में झारखंड के पाकुड़ जिले में एक चिंताजनक घटना सामने आई है. यहां साइबर अपराधियों ने जिला उपायुक्त (डीसी) के नाम और फोटो का दुरुपयोग करते हुए फर्जी व्हाट्सएप आईडी बनाई. इस आईडी का इस्तेमाल करते हुए अपराधियों ने जिले के अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों से धनराशि और उपहार की मांग की.
घटना का विवरण
पाकुड़ जिले के डीसी की फर्जी व्हाट्सएप आईडी, जिसका नंबर 94785394173 है, साइबर अपराधियों द्वारा बनाई गई। इस आईडी से अपराधियों ने विभिन्न अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों से संपर्क साधा और उन्हें धोखा देने की कोशिश की. यह आईडी डीसी के असली नाम और फोटो का उपयोग करके बनाई गई थी, ताकि लोग इसे सच मान लें और उनकी मांगों को पूरा करें.
डीसी का बयान
इस घटना के बाद डीसी ने जनता को सचेत किया है कि इस नंबर से आने वाले किसी भी संदेश पर ध्यान न दें और किसी भी प्रकार की धनराशि या उपहार देने से बचें. डीसी ने साफ तौर पर कहा कि इस फर्जी आईडी से जुड़ी कोई भी मांग असली नहीं है और इसे नजरअंदाज किया जाना चाहिए.
पुलिस की कार्रवाई
डीसी कार्यालय से शिकायत दर्ज कराई गई है और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि यह साइबर अपराध एक गंभीर मुद्दा है और इसे जल्द से जल्द सुलझाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
जनता को चेतावनी
यह घटना इस बात का संकेत है कि साइबर अपराधी कितनी तेजी से तकनीकी साधनों का उपयोग करके लोगों को धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं. इसलिए, जनता को भी सतर्क रहना चाहिए और ऐसे मामलों में तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचित करना चाहिए. डीसी ने सभी अधिकारियों और नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे किसी भी संदेहास्पद संदेश या कॉल को गंभीरता से लें और तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दें.
साइबर अपराधों से बचाव के उपाय
साइबर अपराधों से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:
- किसी भी अज्ञात नंबर से आए संदेशों पर भरोसा न करें, खासकर जब उनसे धनराशि या उपहार की मांग की जाए.
- हमेशा सरकारी अधिकारियों या किसी अन्य महत्वपूर्ण व्यक्ति के संपर्क सूत्र को सत्यापित करें.
- साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाएं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें.
- अपने सोशल मीडिया और अन्य ऑनलाइन खातों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए दो-स्तरीय प्रमाणीकरण (Two-Factor Authentication) का उपयोग करें.
- किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें और अनजान लोगों से प्राप्त अटैचमेंट्स को डाउनलोड करने से बचें.