झारखंड प्रदेश कांग्रेस के नए प्रभारी के. राजू 21 फरवरी को रांची पहुंचेंगे और 25 फरवरी तक विभिन्न नेताओं, विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं से बैठक करेंगे. इस दौरे के दौरान वे विधानसभा सत्र की रणनीति पर चर्चा करेंगे और पार्टी संगठन को मजबूती देने के लिए वन-टू-वन बैठकें भी करेंगे.
झारखंड दौरे की रूपरेखा
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी के. राजू 21 फरवरी को रांची में प्रदेश मुख्यालय में बैठक करेंगे, जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रदेश पदाधिकारी शामिल होंगे. इसके बाद 22 फरवरी को वे चाईबासा जाएंगे, जहां जमशेदपुर और सरायकेला के कांग्रेसी नेता भी बैठक में भाग लेंगे. चाईबासा में पार्टी मुख्यालय में यह बैठक होने के बाद वे वापस रांची लौटेंगे. 23 फरवरी को विधानसभा सत्र से एक दिन पहले वे कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल होंगे और सभी विधायकों को दिशानिर्देश देंगे. इस बैठक के लिए कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने सभी विधायकों को पत्र भेजा है. उन्होंने बताया कि इस दौरान के. राजू मंत्रियों और विधायकों के साथ व्यक्तिगत चर्चा करना चाहते हैं और बजट सत्र को लेकर विचार-विमर्श करेंगे.
प्रदेश अध्यक्ष की नई दिल्ली यात्रा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश पहले ही 20 फरवरी को नई दिल्ली पहुंच चुके हैं और उन्होंने के. राजू से मुलाकात कर अपने अध्यक्षीय कार्यकाल की रिपोर्ट सौंपी. इस दौरान उन्होंने प्रदेश में चलाए गए ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ कार्यक्रम की जानकारी दी और बताया कि कांग्रेस पार्टी किस तरह संगठन को मजबूत करने में जुटी हुई है.
बैठकों का विस्तृत कार्यक्रम
23 फरवरी को रांची सर्किट हाउस में विधायकों के साथ बैठक के बाद के. राजू रात में हजारीबाग के लिए रवाना होंगे. 24 फरवरी को हजारीबाग, चतरा, कोडरमा और रामगढ़ के जिलाध्यक्षों के साथ बैठक होगी. इस बैठक में जिलों की संगठनात्मक स्थिति, आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियां और पार्टी की रणनीति पर चर्चा होगी. 25 फरवरी को वे खूंटी के लापुंग में पहुंचेंगे और वहां खूंटी, गुमला, सिमडेगा, लोहरदगा एवं रांची ग्रामीण के कांग्रेस नेताओं से मुलाकात करेंगे. इस दौरान पार्टी संगठन के विस्तार, चुनावी तैयारियों और महागठबंधन के सहयोगी दलों के साथ समन्वय पर चर्चा की जाएगी.
चुनावी रणनीति और घोषणाएं
प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने के. राजू से हुई बातचीत के दौरान महागठबंधन की सात गारंटियों और कांग्रेस के घोषणा पत्र में किए गए वादों की पूरी जानकारी दी. विधानसभा चुनाव के दृष्टिकोण से इन गारंटियों को प्रभावी बनाने और जनता तक पहुंचाने की रणनीति पर भी चर्चा की गई.