रांची: झारखंड विधानसभा में बुधवार को बजट सत्र के दौरान रांची-डुमरी विधायक जयराम महतो ने पत्रकारों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया। उन्होंने छत्तीसगढ़ की तर्ज पर झारखंड में भी प्रेस प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की। शून्यकाल के दौरान उन्होंने कहा कि राज्य में कार्यरत मान्यता प्राप्त पत्रकारों को मजीठिया समिति का लाभ दिया जाए और झारखंड के टोल प्लाजा पर पत्रकारों को टैक्स फ्री किया जाए।
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सदन में पत्रकार सुरक्षा का मामला उठा
विधायक जयराम महतो ने सदन में कहा कि कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका को लोकतंत्र के तीन प्रमुख स्तंभ माना गया है, लेकिन बदलते समय में पत्रकारिता को भी लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है। पत्रकार समाज की आवाज बुलंद करने का कार्य करते हैं, लेकिन आज के समय में उनकी सुरक्षा भी एक बड़ी चुनौती बन गई है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के एक पत्रकार के साथ हुई घटना का हवाला देते हुए कहा कि इससे झारखंड के पत्रकारों में भी असुरक्षा की भावना पैदा हो गई है।
उन्होंने राज्य सरकार से अपील की कि झारखंड में भी छत्तीसगढ़ की तरह प्रेस प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाए, ताकि पत्रकार बिना किसी भय के अपने कर्तव्यों का पालन कर सकें।
पत्रकारों को मिले मजीठिया समिति का लाभ और टोल टैक्स में छूट
विधायक महतो ने कहा कि पत्रकारों को मजीठिया वेतनमान समिति के तहत मिलने वाले लाभ प्रदान किए जाएं। साथ ही उन्होंने मांग की कि झारखंड के टोल प्लाजा पर पत्रकारों को टैक्स फ्री किया जाए, जिससे वे निर्बाध रूप से अपने कार्यों को अंजाम दे सकें।
विधानसभा में हुआ हंगामा
बुधवार को बजट सत्र के 13वें दिन पांकी विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक शशिभूषण मेहता ने सदन में पेपर पर लिखे गए प्रश्न को फाड़कर फेंक दिया। उनके इस व्यवहार से विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो आहत हुए और उन्होंने कहा कि एक विधायक का इस तरह का आचरण सदन की गरिमा के अनुरूप नहीं है। इस घटना के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सदन में हंगामा भी हुआ।