झारखंड: नक्सलियों के खिलाफ पुलिस का बड़ा अभियान, सात दिनों में चार ढेर….

झारखंड पुलिस ने नए साल की शुरुआत के साथ ही नक्सलियों के खिलाफ आक्रामक रुख अपना लिया है. बीते एक सप्ताह में नक्सलियों के खिलाफ दो बड़ी मुठभेड़ हुई हैं, जिनमें सुरक्षा बलों ने बिना किसी नुकसान के चार नक्सलियों को मार गिराया. मारे गए नक्सलियों में दो महिला एरिया कमांडर, एक जोनल कमांडर और एक अन्य पुरुष नक्सली शामिल हैं. इसके अलावा, पुलिस ने 15 लाख के इनामी नक्सली रणविजय महतो को गिरफ्तार किया है. पुलिस उससे पूछताछ कर उसके अन्य सहयोगियों के बारे में जानकारी जुटा रही है. नक्सलियों के खिलाफ इस अभियान में झारखंड पुलिस के जिला बल के साथ-साथ झारखंड जगुआर और केंद्रीय सुरक्षा बलों की विभिन्न बटालियनों को लगाया गया है. इनमें कोबरा 209, 203, 205 बटालियन के अलावा सीआरपीएफ की 60, 197, 157, 174, 193, 134, 26, 11 बटालियन शामिल हैं. बोकारो, गिरिडीह, धनबाद और पश्चिमी सिंहभूम जिलों में यह अभियान और तेज कर दिया गया है.

एक सप्ताह में नक्सलियों पर बड़ी कार्रवाई

22 जनवरी:

बोकारो जिले के पैक नारायणपुर थाना क्षेत्र में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में महिला एरिया कमांडर शांति देवी और एक अन्य नक्सली सदस्य मनोज टुडू मारे गए. इस मुठभेड़ में 15 लाख के इनामी रीजनल कमेटी सदस्य रणविजय महतो को गिरफ्तार किया गया.

• शांति देवी: गिरिडीह जिले के चतरो की निवासी थी.

• मनोज टुडू: गिरिडीह जिले के पीरटांड स्थित धवाटांड़ का रहने वाला था.

29 जनवरी:

• पश्चिमी सिंहभूम जिले के सोनुवा थाना क्षेत्र के विलायती टोला के समीप जंगल में माओवादियों के साथ मुठभेड़ में जोनल कमेटी सदस्य विनय गंझू उर्फ संजय गंझू उर्फ बारिया उर्फ भूखन उर्फ संजय और एरिया कमेटी सदस्य हेमंती मंझियाईन मारे गए.

• विनय गंझू: चतरा जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र के लोमगा टोला कुसुम का निवासी था.

• हेमंती मंझियाईन: बोकारो जिले के नवाडीह की रहने वाली थी.

डीजीपी ने दी चेतावनी, सरेंडर करें नहीं तो भुगतना होगा अंजाम

नक्सलियों के खिलाफ लगातार हो रही कार्रवाई के बीच झारखंड पुलिस के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने नक्सलियों को कड़ी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण करें और सरकार की आत्मसमर्पण नीति के तहत मुख्यधारा से जुड़ें. आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को इनाम की राशि के साथ जमीन और पुनर्वास की सुविधा दी जाएगी. डीजीपी ने साफ किया कि यदि नक्सली आत्मसमर्पण नहीं करते हैं तो उन्हें इसी तरह मुठभेड़ में मार गिराया जाएगा. पुलिस अधिकारियों ने नक्सलियों के परिजनों से भी अपील की है कि वे अपने परिवार के सदस्यों को हिंसा छोड़ने के लिए समझाएं.

झारखंड में जनवरी 2025 में नक्सली घटनाएं और कार्रवाई

5 जनवरी:

टोंटो थाना क्षेत्र के सारजोमबुरू और लोवाबेरा के बीच जंगल और पहाड़ी इलाके से तीन किलोग्राम का एक आईईडी बरामद किया गया.

7 जनवरी:

• जराईकेला थाना क्षेत्र के तिरिलपोसी स्थित राधाबेड़ा जंगल में प्रेशर आईईडी विस्फोट हुआ.

• इसमें सात साल की बच्ची की मौत हो गई और एक महिला घायल हो गई.

• दोनों जंगल में सियाल पत्ता तोड़ने गई थीं, तभी यह हादसा हुआ.

12 जनवरी:

• टोंटो थाना क्षेत्र के तुंबाहाका और बगान गुलगुलदा के बीच जंगल और पहाड़ी क्षेत्र से छह तीर आईईडी बरामद किए गए.

16 जनवरी:

• गोइलकेरा थाना क्षेत्र के बोंगासिउ इलाके में पुराने नक्सली डंप को सुरक्षा बलों ने ध्वस्त किया.

• इसमें वॉकी-टॉकी, चार्जर, रस्सी, इलेक्ट्रिक वायर, स्पोर्ट्स शूज और सिंटेक्स बरामद किए गए.

17 जनवरी:

• सोनुवा थाना क्षेत्र के कुदाबुरू के आसपास जंगल और पहाड़ी इलाके से 1.5 किलोग्राम का आईईडी बरामद किया गया.

बड़े नक्सली नेताओं की तलाश जारी

पुलिस और सुरक्षा बलों को अब भी झारखंड के मोस्ट वांटेड नक्सली नेताओं की तलाश है. इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:

• मिसिर बेसरा (1 करोड़ का इनामी)

• प्रयाग मांझी उर्फ विवेक

• असीम मंडल

• अनल

• 25 लाख और 15 लाख के अन्य इनामी नक्सली

अभियान होगा और तेज

झारखंड पुलिस और केंद्रीय बलों का यह अभियान लगातार जारी रहेगा. बोकारो, गिरिडीह, धनबाद और पश्चिमी सिंहभूम में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है. पुलिस को नक्सलियों के ठिकानों की लगातार जानकारी मिल रही है और आने वाले दिनों में और भी बड़े ऑपरेशन की संभावना है.

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