दिल्ली के बंगला साहिब रोड पर झारखंड का नया भवन बनकर तैयार हो गया है। लगभग 24 साल बाद झारखंड को राजधानी दिल्ली में अपना भवन मिलने जा रहा है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 3 सितंबर को इस भवन का उद्घाटन करेंगे. यह भवन अत्याधुनिक तकनीकों और सुविधाओं से लैस है, और इसका निर्माण रामकृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया गया है. उद्घाटन समारोह में भवन निर्माण सचिव अरवा राजकमल समेत कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे.
आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित भवन
यह भवन हर्ट ऑफ द न्यू दिल्ली, बंगला साहिब रोड पर स्थित है. झारखंड भवन की बाहरी फिनिशिंग ग्वालियर हाइट सैंड स्टोन से की गई है, जबकि अंदर इटालियन मार्बल का उपयोग हुआ है, जो इसे एक आकर्षक लुक देता है. इस भवन की तुलना दिल्ली के अन्य प्रदेश भवनों से की जाए तो यह कहीं अधिक आधुनिक और सुविधाजनक है. इस भवन में स्पैक्ड पार्किंग सिस्टम का उपयोग किया गया है, जिससे एक गाड़ी के ऊपर दूसरी गाड़ी खड़ी की जा सकती है. भवन के कोने में तीन लिफ्ट भी लगाए गए हैं.
भवन की संरचना और सुविधाएं
झारखंड भवन का कुल निर्माण क्षेत्र लगभग एक लाख वर्ग फीट है और इसे 10 फ्लोर में बांटा गया है. इसमें दो बेसमेंट, एक ग्राउंड फ्लोर और सात अन्य फ्लोर शामिल हैं. पूरे भवन में आधुनिक तकनीक का उपयोग हुआ है, जिसमें इंटेलिजेंट बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम जैसे सीसीटीवी, इलबी और टेंपरेचर कंट्रोल सिस्टम लगाए गए हैं. भवन का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और पावर सब स्टेशन भी खुद का है.
भवन के विभिन्न फ्लोर की विशेषताएं
इस भवन के ग्राउंड फ्लोर पर रिसेप्शन, डाइनिंग हॉल, जिम और एक्जिबिशन हॉल मौजूद है. पहला फ्लोर पूरी तरह से कार्यालयों के लिए बनाया गया है, जिसमें मुख्यमंत्री कार्यालय, मुख्य स्थानिक आयुक्त कार्यालय, स्थानिक आयुक्त कार्यालय और अन्य कार्यालय शामिल हैं. दूसरे, तीसरे और चौथे फ्लोर पर कुल 45 कमरे बनाए गए हैं, जो सामान्य आवास के लिए उपयोग में आएंगे. पांचवें और छठे फ्लोर पर आठ-आठ वीआईपी सुइट्स हैं, यानी कुल 16 वीआईपी सुइट्स हैं. सातवें फ्लोर पर केवल मुख्यमंत्री और राज्यपाल के सुइट बनाए गए हैं, जिन्हें बेहद आकर्षक ढंग से सजाया गया है. भवन के कमरों में नामी कंपनी जिकेन के फर्नीचर का उपयोग किया गया है, जिससे इसकी भव्यता और बढ़ जाती है.
भवन की लागत और निर्माण
इस भवन के निर्माण पर लगभग 100 करोड़ से अधिक की लागत आई है. इसे आधुनिक तकनीक और प्रणाली से तैयार किया गया है, जिससे इसकी सुविधाएं और भी बेहतर हो जाती हैं. भवन के हर हिस्से को अत्यधिक ध्यान से डिजाइन किया गया है ताकि यह न केवल देखने में आकर्षक लगे बल्कि सभी प्रकार की आवश्यकताओं को भी पूरा कर सके.
उद्घाटन के बाद की उम्मीदें
इस भवन के उद्घाटन के बाद झारखंड को दिल्ली में अपना स्थानिक केंद्र मिल जाएगा, जो राज्य के लोगों के लिए एक बड़ी सुविधा होगी. यहां पर राज्य के विभिन्न कार्यों के साथ-साथ राज्य के प्रतिनिधियों के लिए ठहरने की भी सुविधा होगी. झारखंड भवन के उद्घाटन के बाद राज्य के प्रतिनिधियों और वहां आने वाले लोगों को अत्याधुनिक सुविधाओं का लाभ मिलेगा.