झारखंड में राम नवमी का पर्व श्रद्धा, भक्ति और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है. राजधानी रांची सहित राज्य के अन्य जिलों में स्थित मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ देखी जा रही है. राम, सीता और हनुमान मंदिरों में पूजा-अर्चना, भजन-कीर्तन और मंगल गीतों की गूंज से वातावरण भक्तिमय हो गया है.
रांची के मंदिरों में भक्तों का सैलाब
राजधानी रांची के लगभग 10 बड़े मंदिरों सहित आसपास के करीब 100 मंदिरों में श्रद्धालु राम नवमी के अवसर पर पूजा करने पहुंचे. रांची के ऐतिहासिक अपर बाजार स्थित महावीर मंदिर, जिसकी स्थापना को सौ वर्ष से अधिक हो चुके हैं, वहां भक्तों की लंबी कतार सुबह से ही देखने को मिली. मेन रोड बजरंगबली मंदिर, तपोवन राम मंदिर सहित अन्य प्रमुख मंदिरों में भी श्रद्धालु रामलला, सीता माता और हनुमान जी की पूजा-अर्चना करते नजर आए. इन मंदिरों में पूरे दिन भक्ति गीत और मंगल ध्वनियों से माहौल आध्यात्मिक बना रहा.
अन्य जिलों के मंदिरों में भी दिखा उत्साह
रांची के अलावा हजारीबाग के पंच मंदिर और महावीर मंदिर में भी सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा. यहां श्रद्धालु अपने परिवार के साथ पहुंचे और भगवान राम की पूजा कर अपने जीवन की सुख-शांति और समृद्धि की कामना की. झारखंड के बोकारो, जमशेदपुर, धनबाद, गिरिडीह, पलामू जैसे जिलों में भी राम नवमी को लेकर मंदिरों में विशेष तैयारियां की गई हैं. यहां भी विशेष पूजा, भंडारे और शोभायात्राओं की व्यवस्था की गई है.
मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं
राम नवमी के इस पावन अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन के साथ रांची स्थित तपोवन मंदिर पहुंचे. उन्होंने भगवान श्रीराम की पूजा-अर्चना की और राज्यवासियों को राम नवमी की शुभकामनाएं दीं। मंदिर में उन्होंने प्रदेश की सुख, शांति और खुशहाली की प्रार्थना की.
शोभायात्रा और जुलूस की धूम
राम नवमी के पहले ही राज्य के कई जिलों में भव्य शोभायात्राएं निकाली गईं. रांची में झांकी के रूप में धार्मिक झलकियों का आयोजन हुआ, तो वहीं हजारीबाग जिले के बरही में विश्व हिंदू परिषद, दुर्गावाहिनी मातृशक्ति और महावीर मंडल द्वारा विशाल शोभायात्रा का आयोजन किया गया. यह यात्रा गाजे-बाजे के साथ धनबाद रोड से शुरू हुई और हजारीबाग रोड, गया रोड, तिलैया रोड होते हुए भगवती मंदिर तक पहुंची. इस शोभायात्रा की खास बात यह रही कि दुर्गावाहिनी की युवतियां भगवा साड़ी और सिर पर भगवा पगड़ी पहनकर, हाथों में दंड और तलवार लिए बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार होकर यात्रा का नेतृत्व कर रही थीं. शोभायात्रा में बरही के विधायक मनोज कुमार यादव भी शामिल हुए. जगह-जगह श्रद्धालु फूल बरसाकर यात्रियों का स्वागत करते नजर आए.
जुलूस और त्योहार को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
राम नवमी के अवसर पर निकाले जाने वाले जुलूस और शोभायात्राओं को देखते हुए राज्य सरकार ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं. रांची, हजारीबाग और गिरिडीह जैसे जिलों को संवेदनशील मानते हुए अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है. राज्यभर में करीब 20,000 अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है. पुलिसकर्मी जुलूस मार्गों पर मुस्तैद हैं और ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस सिलसिले में अधिकारियों के साथ विशेष बैठक कर प्रशासनिक तैयारियों की समीक्षा की. उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि सुरक्षा व्यवस्था में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए.
भंडारों से जुड़ी सेवा भावना
राम नवमी के पावन अवसर पर श्रद्धालु केवल पूजा-पाठ में ही नहीं, बल्कि सेवा कार्यों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. राजधानी रांची समेत राज्य के कई हिस्सों में भक्तों के लिए भंडारे और प्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई है. मंदिरों के बाहर लगे पंडालों में भक्तों को भोजन कराया जा रहा है.