झारखण्ड हाई कोर्ट की डांट का असर रांची के बड़ा तालाब और उसके आसपास के इलाकों में नज़र आने लगा है। इस तालाब के आसपास के दीवारों पर खूबसूरत पेंटिंग्स बनाई जा रही है। अब यही पेंटिंग्स युवाओं के बीच आकर्षण का कारण बन रहा है। सोहराई और कोहवर की ये पेंटिंग्स ने उन दीवारों को सेल्फी पॉइंट में तब्दील कर दिया है। कोरोना की इस माहामारी के समय में कुछ पलों की ताज़ी हवा का लुफ्त उठाने के लिए युवाएं यहां नज़र आते हैं। सिर्फ युवाएं ही नहीं, सुबह की ठंडी व खुली हवा में कई लोग यहाँ सुबह की सैर व योग के लिए भी आते हैं।
रांची के बड़ा तालाब के सौंदर्य से प्रभावित हो कर अब विदेश से आने वाले पक्षी भी यहां आने लगे हैं। आसपास में रह रहे लोगो की माने तो तालाब में गन्दगी की वजह से पक्षियों का यूँ नज़र आना नहीं होता था जैसा की अब देखने को मिल रहा है। इन विदेशी पक्षियों की चहक से नज़ारा और भी खूबसूरत बन जाता है। सुबह में यह दृश्य और भी दिल खुश करने वाला होता है। इन पक्षियों के कारण लोगो की भीड़ भी ज़्यादा हो जाती है। लोग अपने कैमरों में उनकी तस्वीर भी लेना पसंद करते हैं।
विवेकानंद की सौंदर्य मूर्ति और भी आकर्षित लगने लगती है जब ये पक्षी उन पर बैठ चहचहातें हैं। तालाब की सफाई के बाद उसके पानी से बदबू भी काफी हद तक काम हो गई है। साथ ही में स्वामी विवेकानंद की मूर्ति पर भी सफाई की व्यवस्था हर दिन की जा रही है। निगम के द्वारा किये गए इस काम को देख कर रांची में एक नए पिकनिक स्पॉट की उम्मीद की जा सकती है।