झारखंड विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही सभी प्रमुख पार्टियों ने चुनावी तैयारी तेज कर दी है. एनडीए और इंडिया दोनों गठबंधन अपने-अपने सीट शेयरिंग को अंतिम रूप देने के लिए लगातार बैठकों का आयोजन कर रहे हैं. एनडीए में जहां भाजपा और आजसू के बीच सीटों का बंटवारा लगभग तय हो गया है, वहीं लोजपा और जदयू के साथ पेंच फंसा हुआ है. दूसरी ओर, इंडिया गठबंधन में भी वाम दलों के साथ सीटों को लेकर चर्चा जारी है, जिसे सुलझाने के लिए पार्टियों के बीच लगातार मंथन हो रहा है.
एनडीए में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला
एनडीए गठबंधन में सीट शेयरिंग लगभग फाइनल हो चुका है. भाजपा 81 में से 68 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि आजसू को 10 सीटें दी गई हैं. जदयू को तीन सीटों पर लड़ने का मौका दिया गया है, लेकिन लोजपा की सीटों को लेकर अभी मामला अटका हुआ है. यदि लोजपा अपनी जिद पर कायम रही, तो उसे एक सीट और जदयू को दो सीटें मिल सकती हैं. सूत्रों के अनुसार, जमशेदपुर पश्चिम से सरयू राय एनडीए के उम्मीदवार हो सकते हैं. उन्हें जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ाया जा सकता है. इसी तरह, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा पोटका से, चंपाई सोरेन सरायकेला से, शशिभूषण सामड चक्रधरपुर से और गीता कोड़ा जगन्नाथपुर से चुनाव लड़ सकते हैं. घाटशिला सीट से चंपाई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन को भी प्रत्याशी बनाए जाने की चर्चा है. हालांकि, जमशेदपुर पूर्वी सीट को लेकर अभी भी स्थिति स्पष्ट नहीं है.
बड़कागांव और मांडू सीटों पर पेच
एनडीए के भीतर इस बार एक नया प्रयोग हो रहा है. आजसू बड़कागांव सीट से अपने नेता रोशनलाल को चुनाव लड़ाना चाहती थी, लेकिन बाद में तय हुआ कि रोशनलाल भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. भाजपा के गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी के भाई रोशनलाल पहले भी आजसू टिकट पर यहां से चुनाव लड़ चुके हैं. अब वह भाजपा की सदस्यता लेकर बड़कागांव से चुनाव लड़ेंगे. मांडू सीट को लेकर भी आजसू का दावा था, लेकिन भाजपा ने इसे स्वीकार नहीं किया. हालांकि, मांडू से आजसू के तिवारी महतो का नाम चर्चा में है, और इस पर भी सहमति बन रही है.
आजसू को 10 सीटों पर सहमति, लेकिन चार और सीटों की मांग
हालांकि आजसू को 10 सीटें दी गई हैं, लेकिन वह इससे संतुष्ट नहीं है. पार्टी चार और सीटों की मांग कर रही है. पार्टी प्रमुख सुदेश महतो पर नेताओं और कार्यकर्ताओं का दबाव है कि वे इस प्रस्ताव को स्वीकार न करें. पिछली बार 2019 में भाजपा ने आजसू को सात सीटें दी थीं, लेकिन आजसू ने इस पर सहमति नहीं जताई और गठबंधन टूट गया था, जिससे दोनों पार्टियों को नुकसान हुआ था.
भाजपा प्रत्याशियों की पहली सूची जल्द
भाजपा अपनी प्रत्याशियों की पहली सूची जल्द जारी कर सकती है. पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इस पर चर्चा हो चुकी है. पार्टी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने संकेत दिए हैं कि प्रत्याशियों की घोषणा दिल्ली में की जाएगी. उल्लेखनीय है कि भाजपा के प्रदेश चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा था कि चुनाव की घोषणा के 48 घंटे के भीतर प्रत्याशियों की घोषणा हो जाएगी.
इंडिया गठबंधन में भी माथापच्ची जारी
विपक्षी इंडिया गठबंधन में झामुमो, कांग्रेस और राजद के बीच सीट शेयरिंग का फॉर्मूला लगभग तय हो चुका है. झामुमो को 41 सीटें, कांग्रेस को 33 और राजद को 7 सीटें मिलेंगी. हालांकि, वाम दलों को सीट देने का मामला अभी अटका हुआ है, जिसे सुलझाने के लिए गठबंधन के घटक दल लगातार बैठकें कर रहे हैं. कांग्रेस ने अपने प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश और विधायक दल के नेता रामेश्वर उरांव सहित वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली बुलाकर मंथन शुरू कर दिया है.
वाम दलों के लिए सीटों का बंटवारा
हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में वाम दल इंडिया गठबंधन में शामिल हुए थे, और माले को कोडरमा लोकसभा सीट दी गई थी. अब माले विधानसभा चुनाव में भी सीटें चाह रही है. माले ने सात सीटों की मांग की है, लेकिन उसे बगोदर और निरसा की दो सीटें मिल सकती हैं. इसी तरह, सीपीआई भी गठबंधन में शामिल होकर चुनाव लड़ना चाहती है. यदि वाम दलों के साथ समझौता हुआ, तो झामुमो, कांग्रेस और राजद अपने कोटे से सीटें देने के लिए तैयार हैं.
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की बैठक
इंडिया गठबंधन में सीटों को लेकर अंतिम निर्णय 19 अक्टूबर को होने की संभावना है, जब राहुल गांधी रांची दौरे पर आएंगे. उस दिन तेजस्वी यादव भी रांची में मौजूद रहेंगे, और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ इन नेताओं की बैठक में सीट शेयरिंग पर अंतिम फैसला हो सकता है. इससे पहले, गठबंधन के घटक दल आपसी सहमति से सीटों का बंटवारा कर लेंगे. तेजस्वी 18 अक्टूबर को रांची पहुंच जाएंगे, और 19 अक्टूबर को राहुल गांधी के साथ बैठक में सीटों का बंटवारा तय हो सकता है.
जल्द होगी गठबंधन की अंतिम बैठक
इंडिया गठबंधन की बैठक दिल्ली में हो सकती है, जिसमें सभी घटक दलों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. इसके बाद रांची में भी एक और बैठक की जाएगी, जिसमें सीट शेयरिंग को अंतिम रूप दिया जाएगा. चुनाव की घोषणा हो चुकी है और समय भी बहुत कम है. पहले चरण का मतदान 13 नवंबर को और दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होना है. इसलिए गठबंधन जल्द से जल्द सीटों का बंटवारा करके अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा करने की कोशिश कर रहा है, ताकि उम्मीदवार अपने क्षेत्रों में प्रचार शुरू कर सकें.