झारखंड: सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के फैसले से प्रभावित होगी 26 हजार….

झारखंड में 26001 सहायक आचार्यों की नियुक्ति को लेकर सुप्रीम कोर्ट और झारखंड हाईकोर्ट ने हाल ही में महत्वपूर्ण निर्णय सुनाए हैं. इन फैसलों के बाद स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग सक्रिय हो गया है और इस सप्ताह झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) के अधिकारियों के साथ बैठक करने जा रहा है. विभाग का लक्ष्य है कि अगले शैक्षणिक सत्र की शुरुआत से पहले ही नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर ली जाए. राज्य में नया शैक्षणिक सत्र अप्रैल 2025 से शुरू हो रहा है, और कोर्ट के आदेशों को ध्यान में रखते हुए अब परीक्षा के परिणामों को नए सिरे से तैयार करना होगा. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के कारण केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) पास अभ्यर्थियों को नियुक्ति प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया है, जबकि झारखंड हाईकोर्ट के आदेश के चलते पारा शिक्षकों (सहायक अध्यापकों) को क्वालिफाइंग मार्क्स में छूट नहीं दी जाएगी.

सुप्रीम कोर्ट के फैसले का प्रभाव

• 20,000 से अधिक अभ्यर्थी इस फैसले से प्रभावित होंगे.

• CTET पास उम्मीदवार अब नियुक्ति प्रक्रिया से बाहर होंगे.

• परीक्षा परिणामों को नए सिरे से तैयार करना होगा.

हाईकोर्ट के फैसले का प्रभाव

• पारा शिक्षकों को अब क्वालिफाइंग मार्क्स में कोई छूट नहीं मिलेगी.

• पारा शिक्षकों के परीक्षा परिणाम भी इस फैसले से प्रभावित होंगे.

9 साल बाद प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति

झारखंड के प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति नौ साल बाद होने जा रही है.

• पिछली बार 2015 में आवेदन मांगे गए थे, और उसी के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी.

• 2015 के बाद रिक्त हुए शिक्षकों के पदों पर कोई भर्ती नहीं हुई थी.

अब, इन रिक्त पदों को भरने के लिए सरकार तेजी से भर्ती प्रक्रिया को पूरा करना चाहती है. शिक्षा विभाग इस सप्ताह एक महत्वपूर्ण बैठक करने जा रहा है, जिसमें कोर्ट के आदेशों के विभिन्न पहलुओं पर मंथन किया जाएगा। बैठक में सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के फैसलों के प्रभावों का आकलन किया जाएगा, और आगे की नियुक्ति प्रक्रिया की रूपरेखा तय की जाएगी.

अप्रैल तक नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करने की योजना

राज्य के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने कहा है कि सरकार नियुक्ति प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि चूंकि अप्रैल से नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो रहा है, इसलिए तब तक नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं, और भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए लगातार बैठकों का आयोजन किया जा रहा है.

झारखंड में सहायक आचार्यों के 50 हजार पद सृजित

झारखंड सरकार ने सहायक आचार्यों के कुल 50,000 पद सृजित किए हैं.

• प्रथम चरण में 26,000 शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी.

• दूसरे चरण में 24,000 शिक्षकों की भर्ती होगी, लेकिन उससे पहले झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (JTET) आयोजित की जाएगी.

• छात्र-शिक्षक अनुपात बेहद खराब है—झारखंड में 35 छात्रों पर एक शिक्षक है, जो देश में सबसे खराब अनुपातों में से एक है.

पारा शिक्षकों के लिए 13,000 पद आरक्षित

• 26,000 सहायक आचार्य पदों में से 13,000 पद पारा शिक्षकों के लिए आरक्षित हैं.

• झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (JTET) में सफल पारा शिक्षकों की संख्या लगभग 11,500 है.

सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के फैसलों के बाद पारा शिक्षकों की स्थिति पर भी पुनर्विचार किया जाएगा. सरकार इन फैसलों के प्रभावों का गहन अध्ययन कर रही है और जल्द ही इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा. पारा शिक्षकों से जुड़े कानूनी पहलुओं पर भी आगे विचार किया जाएगा.

सरकार और शिक्षा विभाग का रुख

शिक्षा विभाग का कहना है कि कोर्ट के फैसलों के अनुसार ही पूरी भर्ती प्रक्रिया को दोबारा संशोधित किया जाएगा. साथ ही, सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के फैसलों को ध्यान में रखते हुए अभ्यर्थियों को उचित मार्गदर्शन दिया जाएगा.

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