झारखंड : झारखंड में मैट्रिक परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक मामले की जांच तेज़ी से चल रही है। मंगलवार को झारखंड एकेडेमिक काउंसिल (जैक) के अधिकारी सीआइडी के साथ बैठक करेंगे, जिसमें परीक्षा केंद्र तक प्रश्न पत्र की डिलीवरी और सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित पूरी रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी।
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पिछले सोमवार, पुलिस मुख्यालय सभागार में डीजीपी अनुराग गुप्ता की अगुवाई में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक हुई। इस बैठक में सीआइडी आइजी असीम विक्रांत मिंज, हजारीबाग रेंज के डीआईजी संजीव कुमार, पलामू के डीआईजी वाइएस रमेश, गढ़वा के एसपी दीपक पांडेय और एसपी कोडरमा अनुदीप सिंह समेत उच्च अधिकारियों ने हिस्सा लिया। डीजीपी ने बैठक में निर्देश दिए कि जैक द्वारा प्रश्न पत्र को परीक्षा केंद्र तक पहुँचाने की पूरी प्रक्रिया की जाँच की जाए, ताकि पेपर लीक की जड़ तक पहुँचा जा सके। साथ ही, बरामद डिजिटल डिवाइस की जांच भी आदेश में शामिल है।
बैठक में परीक्षा केंद्र तक प्रश्न पत्र की डिलीवरी और उसकी सुरक्षा व्यवस्था से जुड़ी विस्तृत जानकारी सीआइडी को दी जाएगी। जांच की आगे की कार्यवाही विशेष जांच दल (एसआईटी) या सीआइडी के माध्यम से की जाएगी, इस पर भी Tuesday को अंतिम निर्णय लिया जा सकता है।
इसी बीच, सोमवार को पूरे राज्य में जैक की मैट्रिक परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई, जिसमें करीब 99% परीक्षार्थियों ने भाग लिया। हालांकि, सोशल मीडिया पर फर्जी प्रश्न पत्रों के वायरल होने से परीक्षार्थियों और अभिभावकों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। झारखंड एकेडेमिक काउंसिल ने इस मामले की सूचना साइबर पुलिस को दी, जिसके बाद साइबर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है। प्रशासन ने परीक्षार्थियों और अभिभावकों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।
शिक्षा विभाग द्वारा इस संबंध में प्रस्ताव गृह विभाग को भेजा गया है, जिस पर जल्द ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा। इस बैठक और जांच प्रक्रिया से उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में किसी भी प्रकार की असुरक्षा और प्रश्न पत्र लीक की घटनाओं को रोका जा सकेगा।
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