रांची : सरकारी तथा झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) से मान्यता प्राप्त स्कूलों में मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा अगले वर्ष मार्च माह में होगी। इसके तुरंत बाद आठवीं, नौवीं एवं 11वीं की परीक्षा परीक्षा ली जाएगी। सैद्धांतिक परीक्षा के पहले प्रायोगिक परीक्षा ली जाएगी। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने परीक्षा के पैटर्न पर निर्णय लेने के बाद समय पर परीक्षा आयोजित करने को लेकर जैक को निर्देश जारी कर दिए हैं। राज्य सरकार ने आठवीं से 12वीं तक की परीक्षा दो टर्म की बजाय एक टर्म में ही लेने का निर्णय लिया है।
इस तरह से होगी मैट्रिक व इंटर की परीक्षाएं..
मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा ओएमआर शीट एवं उत्तर पुस्तिका दोनों के माध्यम से होगी। प्रत्येक विषय में 40 अंकों के बहुविकल्पीय प्रकृति के प्रश्न पूछे जाएंगे, जिनका जवाब ओएमआर शीट पर देना होगा। 40 अंकों के प्रश्न लघु-उत्तरीय, दीर्घ उत्तरीय आदि प्रकृति के होंगे, जिसकी परीक्षा उत्तर पुस्तिका के माध्यम से ली जाएगी। शेष 20 अंक प्रायोगिक परीक्षा या आंतरिक मूल्यांकन (विषय के अनुसार) के लिए निर्धारित होंगे। आंतरिक मूल्यांकन के अंकों के निर्धारण हेतु विद्यालय के शिक्षकों के अतिरिक्त एक दूसरे स्कूल के शिक्षक नामित किए जाएंगे। इससे आंतरिक मूल्यांकन के लिए दिए जानेवाले अंकों के आवंटन में पारदर्शिता आएगी।
जेसीईआरटी जारी करेगा एक तरह का माडल प्रश्नपत्र..
इस बार इन सभी परीक्षाओं के लिए जेसीईआरटी द्वारा एक ही माडल प्रश्नपत्र जारी किया जाएगा। माडल प्रश्नपत्र तैयार करने के लिए जीसईआरटी को जैक से समन्वय स्थापित करने को कहा गया है। बच्चों को परीक्षाओं की तैयारी में आसानी हो, इसके लिए पहली बार क्वेश्चन बैंक भी जेसीईआरटी द्वारा तैयार किया जाएगा। विभाग के सचिव के. रविकुमार ने क्वेश्चन बैंक तैयार करने के लिए भी निर्देश जेसीईआरटी को दिए हैं। कहा जा रहा है कि क्वेश्चन बैंक उपलब्ध होने से बच्चे सभी चैप्टर एवं टापिक्स को कवर कर सकेंगे। चूंकि आठवीं, नौवीं एवं 11वीं में शत-प्रतिशत प्रश्न तथा मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट में आधे प्रश्न बहुविकल्पीय प्रकार के पूछे जााएंगे, इससे क्वेश्चन बैंक से तैयारी करने में बच्चों को काफी मदद मिलेगी।