Jharkhand:अब अपराध को अंजाम देकर अपराधियों का हाईवे से होकर भाग निकलना आसान नहीं होगा। जल्द ही पुलिस इंटरसेप्टर के माध्यम से अपराधियों का पता लगा लेगी। इसके लिए हाईवे पर इन वाहनों को खड़ा किया जाएगा। इससे तेज रफ्तार वाहनों के नम्बरों का फोटो भी लिया जा सकेगा। जिस वाहन से अपराधी फरार हुए होंगे, वह नम्बर पुलिस को तत्काल ही कंट्रोल रूम तक भेज दिया जाएगा, ताकि अपराधियों को हाईवे पर ही घेर लिया जाए। झारखंड पुलिस द्वारा 10 नए इंटरसेप्टर वाहन को मंगाया जा रहा है।
700 मीटर दूर कैमरा कैप्चर कर लेता है फोटो…..
गाड़ी में ऐसा कैमरा है, जो तेज रफ्तार से जाने वाले वाहनों के नम्बर की फोटो लेने के साथ ही उसका मैसेज कंट्रोल में देता है। आधुनिक मशीन से 700 मीटर दूर से वाहन को कैप्चर कर लिया जाएगा। करीब 2.15 मीटर से वाहन के नंबर और अन्य चीजें साफ फुटेज में आ जाती हैं।
10 वाहनों का होगा संचालन….
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आने वाले 10 वाहनों को हाईवे के जिलों में दिया जाएगा। इसे उन इलाकों में खड़ा किया जाएगा, जहां से टोल ब्रिज की दूरी अधिक है। इससे आने-जाने वाले वाहनों पर नजर रखी जाएगी।
इसके तहत झारखंड पुलिस ने एक टेंडर नोटिस संख्या 9/2023- 24 जारी किया है, जिसमें 10 आधुनिक इंटरसेप्टर वाहन झारखंड पुलिस को देने के लिए निविदा डालने को कहा गया है। इसके सूचना झारखंड पुलिस के आईजी प्रोविजन ने जारी की है।
पुलिस के पास है इंटरसेप्टर वाहन….
वर्तमान में राज्य पुलिस के पास छह इंटरसेप्टर वाहन हैं, जिनका इस्तेमाल राज्य के प्रमुख शहर रांची, जमशेदपुर, हजारीबाग, धनबाद, बोकारो में किया जाता है। इसे वर्ष 2018 को दिया गया
लेकिन इनकी ट्रैफिक कंट्रोल और रफ्तार पर लगाम में भूमिका नाम मात्र रह गई है।