रेलवे ने श्रद्धालुओं के लिए एक पैकेज तैयार किया है। जिसके तहत श्रद्धालुओं को 6 ज्योर्तिलिंग का दर्शन कराया जाएगा। रेलवे की भारत दर्शन योजना के तहत ज्योर्तिलिंग यात्रा स्पेशल ट्रेन से कुल 13 दिनों का यह पैकेज कंपनी ने लांच किया है।
इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन की ओर से सावन बाद श्रद्धालुओं को छह ज्योतिर्लिगों का दर्शन कराया जाएगा। यात्रा की शुरुआत दुर्गापुर रेलवे स्टेशन से 6 सितंबर से होगी।
आइआरसीटीसी पूर्वी के वरिष्ठ पर्यवेक्षक पर्यटन दीपांकर मन्ना और मनीष कुमार ने बताया कि गैर वातानुकूलित स्लीपर क्लास की 12 बोगी वाले ट्रेन की क्षमता कुल 800 यात्रियों की है, लेकिन कोविड-19 के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए 650 यात्रियों की ही बुकिंग ली जाएगी।
6 सितंबर को ज्योतिर्लिग यात्रा स्पेशल ट्रेन दुर्गापुर से खुलकर आसनसोल, चित्तरंजन, जामताड़ा, दुमका, हंसडीहा, भागलपुर, सुल्तानगंज, जमालपुर, किउल, पटना, आरा, बक्सर, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन होते हुए महाकाल उज्जैन, ओंकारेश्वर, सोमनाथ, द्वारका, नागेश्वर, शिरडी, शनि सिघनापुर, त्रंबकेश्वर, काशी विश्वनाथ का दर्शन कराएगी। श्रद्धालुओं को इस यात्रा में स्टैच्यू आफ यूनिटी का भ्रमण करने का अवसर मिलेगा।
यात्री का किराया भी तय कर दिया गया है। जिसके तहत 13 दिनों की इस यात्रा के लिए एक यात्री का किराया 12285 रुपये रखा गया है। यात्री को तीन समय का शाकाहारी भोजन भी उपलब्ध कराया जाएगा। यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रत्येक बोगी में टूर मैनेजर और सुरक्षा कर्मी तैनात रहेंगे। यात्रियों को ठहराने के लिए धर्मशाला और साइट सीन ले जाने के लिए गैर वातानुकूलित बस और ट्रेन की व्यवस्था रहेगी। अगर कोई श्रद्धालु और बेहतर सुविधाएं चाहेगा तो उसे या तो अतिरिक्त राशि व्यय करना पड़ेगा या फिर अपनी व्यवस्था के तहत ठहरने की आजादी होगी। पांच साल तक के बच्चे के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा।
दुमका रेलवे स्टेशन से होकर तीसरी बार भारत दर्शन योजना के तहत ट्रेन गुजरेगी। इसके लिए टिकट की बुकिंग शुरू हो गई है। दुमका रेलवे स्टेशन के अलावा आसनसोल और जसीडीह में भी टिकट बुकिंग कराई जा सकती है। इसके अलावा आनलाइन टिकट बुकिंग की सुविधा भी उपलब्ध है। आइआरसीटीसी की ओर से जारी टोल फ्री नंबर 9002040069 पर भी तमाम जानकारियां हासिल की जा सकती हैं।
यात्रा पर जाने को इच्छुक श्रद्धालुओं के लिए कोरोना वैक्सीन की कम से कम एक डोज लेना अनिवार्य किया गया है। बगैर टीकाकरण यात्रा की इजाजत नहीं दी गई है। यात्रा रद्द होने पर श्रद्धालुओं को बुकिंग की पूरी राशि उनके खाते में रिफंड कर दी जाएगी। इसके अलावा ट्रेन में खास तौर पर हर कोच में दो कूपे बनाया गया है, ताकि किसी तरह की असुविधा नहीं हो।