अभी के समय में खुद को फिट रखना बेहद जरूरी है। कोरोना के कारण लोग अब शरीर को स्वस्थ रखने की कवायद में ज्यादा लग गए है। फिट रखने में सबसे ज्यादा हाथ योगा का है। हर साल पूरे दुनिया भर में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। योग से सिर्फ स्वास्थ्य लाभ ही नहीं यह प्रोफेशन के तौर पर बेहतर विकल्प के रूप में उभर कर सामने आया है। झारखंड के ऐसे 200 से अधिक योग प्रशिक्षक है, जो थाईलैंड, बैंकॉक, चीन और वियतनाम जैसे देशों में योग प्रशिक्षन देकर लगभग ढाई करोड़ रूपए तक की कमाई करते है।
इनमें सबसे ज्यादा 50 योग प्रशिक्षक वियतनाम में प्रशिक्षण दे रहे है। इनमें बीजिंग और मकाऊ में गिरीश, सतीश, राजू, प्रेम, धीरज और मनोज है। इसके साथ ही हांगकांग में रितेश गुप्ता है। वियतनाम में राधे, अभिषेक, राहुल शर्मा, गौरव शर्मा भी प्रशिक्षण देते है। रांची की प्रीति कुमारी बैंकॉक में 6 साल से योग प्रशिक्षक के रूप में काम कर रही हैं। ये सभी बचपन से ही योग के खिलाड़ी रहे है और योग चैंपियनशिप में पदक जीतने के बाद बेहतर करियर के लिए विदेश में प्रशिक्षक बन गए है।
योग का प्रचार और प्रसार करने के साथ देश और राज्य का भी नाम रोशन कर रहे है। इन योग प्रशिक्षको का कहना हैं कि योग के माध्यम से ही निरोग रहा जा सकता है। इसका कोई दुष्प्रभाव भी शरीर पर नहीं पड़ता है।भारत से ज्यादा विदेशों में योग को लेकर लोग जागरूक है।