रांची: झारखंड की राजधानी रांची में शुक्रवार 29 अक्टूबर को झारखंड अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की शुरूआत हुई. रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ पहले सत्र का उद्घाटन हुआ. कार्यक्रम की मुख्य अतिथि महुआ माजी ने अपने संबोधन में कहा कि झारखंड में फिल्मों के विकास की अपार संभावनाएं हैं, यहां फिल्म इंस्टीट्यूट खुलना चाहिए, कलाकारों को मदद मिलनी चाहिए. जिफा की उन्होंने प्रशंसा करते हुए आयोजकों को शुभकामनाएं दीं . आयोजन समिति के सदस्य जूरी सदस्य और प्रसिद्ध रंगकर्मी अजय मलकानी ने इस अवसर पर कहा कि झारखंड में कलाकारों को सरकार की ओर से उचित सम्मान या प्रोत्साहन नहीं मिलता. मुख्यमंत्री से अपेक्षा है कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर झारखंड की पहचान दिलाने वाले इस फिल्म फेस्टिवल में अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर कलाकारों का मनोबल बढ़ाएंगे.
गौरतलब है कि पिछले 4 वर्षों से लगातार आयोजित हो रहे झारखंड अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के चौथे चरण (जिफा) को इस बार आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में रेडियो खांची, पत्रकारिता व जनसंचार विभाग रांची विश्वविद्यालय एवं केंद्रीय विश्वविद्यालय झारखंड के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है. दो दिवसीय कार्यक्रम 30 अक्टूबर तक चलेगा.
आयोजन समिति के अध्यक्ष ऋषि प्रकाश मिश्र ने बताया कि कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए, इस वर्ष ऑड्रे हाउस, मेयर्स रोड रांची में 24 देशों से प्राप्त प्रवृष्टियों की 152 फिल्मों में से ज्यूरी कमेटी द्वारा चुनी गई 75 फिल्मों का निशुल्क प्रदर्शन किया जा रहा है. ज्यूरी प्रमुख के रूप में डॉ अजय मलकानी, डॉ अनिल ठाकुर सुमन के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय ज्यूरी सदस्यों में अमेरिका की डॉ रानू सिन्हा ,कृपा रंजन प्रसाद, मुकेश मोदी तथा बॉलीवुड के फिल्म निर्माता अमित अग्रवाल शामिल हैं.
उन्होंने बताया कि 31 अक्टूबर को पुरस्कार समारोह सह सांस्कृतिक संध्या का आयोजन संध्या 6:30 बजे से आर्यभट्ट ऑडिटोरियम रांची में होगा. जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस उपस्थित रहेंगे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी आमंत्रित किया गया है.