रांची : झारखंड के रांची स्थित नामकुम के जंगल में नई प्रजाति की मकड़ी (लेडीबर्ड मिमिक स्पाइडर) मिली है। अब तक यह तीन देशों में पाई गई थी। लेकिन अब भारत में यह पहली बार मिली है। बता दें कि इस प्रजाति की मकड़ी भारत में और कहीं नहीं पाई जाती है। अब जीव वैज्ञानिक इस पर शोध करने में जुट गए हैं। इस मकड़ी को वन्यप्राणी विशेषज्ञ सुनील कुमार ने अपने कैमरे में कुछ दिन पहले ही कैद किया था।
जीव वैज्ञानिक डॉ मिथलेश दत्त द्विवेदी ने कहा कि मकड़ी की यह प्रजाति भारत में पहली बार मिली है। इसकी पुष्टि मकड़ियों पर शोध कर रहे महाराष्ट्र के बिकडो ( प्रो. जेडीपीएस कॉलेज दरियापुर, अमरावती) ने भी की है। उन्होंने बताया कि भारत से पहले यह मकड़ी चीन, जापान और ताइवान में ही पाई जाती थी। इस मकड़ी का नामकरण 1960 में जापान ने किया था। इसके बाद यह मात्र तीन देशों में दिखती थी लेकिन अब यह भारत में दिखी है। जो जैव अनुसंधान के लिए भारत में इस मकड़ी का होना काफी सुखद अहसास है। यह झारखंड और देश के लिए सुखद खबर है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पर्यावरण के लिए इस मकड़ी का मिलना अच्छा संकेत है। जंगल में पाई जानेवाली अधिकतर मकड़ी जहरीली होती है लेकिन इससे मानव जीवन को कोई खतरा नहीं रहता है। यह पर्यावरण के लिए काफी उपयोगी और लाभदायक मानी जाती है।