साहिबगंज की महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की मौत मामले ने कई एंगल्स लिए। आत्महत्या या हत्या के बीच फंसा यह मामला अब झारखंड के राज्यपाल के पास पहुंचा हैं। दरअसल न्याय की आस में रूप तिर्की का परिवार शनिवार को राज्यभवन में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के पास पहुंचा। परिजन भाजपा के प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्ष आरती कुजूर के साथ राजभवन पहुंचे थे। इस दौरान रूपा के परिवार ने राज्यपाल को रूपा तिर्की की संदेहास्पद मौत के बारे में पूरी जानकारी दी।साथ ही मामले के अनुसंधान कार्य में लापरवाही बरतने की भी बात कही।
रूपा तिर्की की मां ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपते हुए न्याय दिलाने के लिए आग्रह की। ज्ञापन में बताया गया है कि रूपा के पार्थिव शव का पोस्टमार्टम किया गया तो बिसरा तक सुरक्षित नहीं रखा गया । ना ही मेडिकल कॉलेज में एक्सपर्ट द्वारा पोस्टमार्टम कराया गया। वहीं राज्यपाल द्वारा कुछ दिन पहले इस मामले को लेकर डीजीपी नीरज सिन्हा को राजभवन बुलाया गया था और मामले की सही जांच के लिए आवश्यक करवाई करने का निर्देश भी दिया गया था।बता दे कि रूपा का परिवार रूपा की मौत को हत्या बताते हुए सीबीआई जांच की मांग कर रहा हैं।
वही हटिया विधायक सह भाजपा नेता नवीन जायसवाल ने कहा कि रूपा तिर्की को अपनी बहन बताने वाले हेमंत सोरेन की सरकार ने रूपा के परिजन की आवाज को दबाने के लिए उसके पिता तक को आरोपी बना दिया। अपनी बेटी के लिए न्याय की मांग करने की वजह से रूपा के परिजनों को इस मामले में घसीटने की कोशिश निंदनीय है। झारखंड हाईकोर्ट ने भी रूपा के परिजनों को सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिया है। ऐसे में उसके पिता का नाम बेवजह इस केस से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।