झारखंड में मेडिकल और नर्सिंग के छात्रों को नौकरी में दी जाएगी प्राथमिकता..

रांची: झारखंड में मेडिकल और नर्सिंग के छात्रों के लिए अच्छी खबर है। कोविड अस्पतालों में इलाज करने वाले मेडिकल और नर्सिंग के छात्रों को झारखंड में होनेवाली स्थायी नियुक्ति में प्राथमिकता दी जाएगी। इसका लाभ वैसे स्वास्थ्य देखभाल व्यवसायी को मिलेगा जो अनुबंध पर कोविड अस्पतालों में काम करेंगे।
इसके लिए उन्हें न्यूनतम 100 दिन कोविड अस्पतालों में काम करना जरूरी होगा।

दरअसल राज्य सरकार ने चिकित्सकों की कमी को देखते हुए केंद्र की अनुशंसा पर अंतिम वर्ष में पढ़ने वाले पीजी मेडिकल, एमबीबीएस और बीएससी नर्सिंग के छात्रों को कोविड अस्पतालों में अनुबंध पर बहाल करने का निर्णय लिया है। आपातकालीन कोविड 19 प्रतिक्रिया योजना के तहत 6 श्रेणियों में मानदेय के आधार पर स्वास्थ्य देखभाल व्यवसायी बहाल किए जाएंगे। इनका मानदेय भी तय कर दिया गया है। इसका भुगतान संकटपूर्ण स्थिति में देख रख के तहत आवंटित राशि से होगा। साथ ही बीमा योजना का भी लाभ दिया जाएगा। प्रत्येक जिलों में विज्ञापन प्रकाशित कर इनकी बहाली अनुबंध पर 6 माह के लिए कोविड अस्पतालों में की जाएगी। आवश्यकता पड़ने पर यह अवधि बढ़ाई भी जा सकती है। न्यूनतम 100 दिनों तक कोविड अस्पतालों में सफलतापूर्वक कार्य किए जाने पर ही इन्हें स्थायी नौकरी में प्राथमिकता दी जाएगी।

निर्धारित दैनिक मानदेय उस प्रकार है:

पीजे मेडिकल के अंतिम साल के छात्र : 3500 रूपये

एमबीबीएस डॉक्टर (नीट) : 2000 रूपये

इंटर्न मेडिकल छात्र : 1500 रूपये

एमबीबीएस के अंतिम वर्ष के छात्र : 1200 रूपये

बीडीएस या आयुष : 800 रूपये

बीएससी नर्सिंग, जीएनएम की अंतिम साल के छात्रा : 550 रूपये