वैसे तो पुलिस कर्मियों से चोर और अपराधी खौफ खाते हैं, उनसे दूर भागते हैं। लेकिन हजारीबाग में कहानी थोड़ी उल्टी नजर आ रही है। यहां आजकल वाहन चोरों के मनसूबे इतने बढ़े हुए हैं कि अब पुलिस वाले ही इनसे परेशान और लाचार दिख रहे हैं। दरअसल जो तस्वीर यहां के पुलिस लाइन में देखने को मिली है उससे यहीं बयां हो रहा है|
दो इंस्पेक्टर की स्कॉर्पियो चोरी होने के बाद यहां के हालात ही बदल गए हैं। आलम ये है कि सबसे सुरक्षित ठिकानों में से एक पुलिस लाइन में भी वाहनों को लोहे की जंजीर से बांध कर रखा जा रहा है। ऑफिसर क्वार्टर के अपार्टमेंट के बेसमेंट में खड़ी अपनी गाड़ियों के पहिए को पुलिस पदाधिकारियों ने लोहे की जंजीर से बांध कर लॉक कर रखा है। जंजीर को वहीं बेसमेंट के पीलर से बांधकर वाहन को सुरक्षित रखने का प्रयास किया जा रहा है। ये हालत तब है जब पुलिस लाइन में 100 से अधिक दारोगा, जमादार और इंस्पेक्टर रहते हैं। पुलिस अधिकारियों के लिए अलग-अलग दो अपार्टमेंट बनाए गए हैं, जिसके आसपास भारी संख्या में जवान रहते हैं।
चोरों तक नहीं पहुंच पा रही है पुलिस
गौरतलब है कि 22 फरवरी की रात को पुलिस लाइन से चोरों ने इंस्पेक्टर सुदामा दास और मंजीत सिंह की स्कॉर्पियो उड़ा ली थी। बेखौफ चोर सीसीटीवी की परवाह किए बिना अल्टो कार से पुलिस लाइन पहुंचे और गाड़ी टपा कर ले गये| इस मामले में पुलिस अबतक चोरों तक नहीं पहुंच पाई है ना ही इस मामले में कोई सुराग हाथ लगा है। चोरों ने काफी हाइटेक तरीके से पूरी घटना को अंजाम दिया था।
बता दें कि हजारीबाग जिले में हाल के दिनों में लगातार वाहन चोरी की घटनाएं हो रही हैं। 22 फरवरी की रात दो स्कॉर्पियो के अलावा कटकमसांडी से एक बोलेरो की चोरी भी हुई थी। वहीं जिले में एक महीने के दौरान करीब 10 वाहनों की चोरी हो चुकी है।