भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) झारखंड चैप्टर ने राज्यभर के सभी डॉक्टरों से अपील की है कि वे किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहें. IMA ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वर्तमान परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए सभी चिकित्सक अलर्ट मोड पर रहें और चिकित्सकीय सेवाओं के लिए हर वक्त तत्पर रहें. IMA के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार सिंह ने एक बयान जारी कर कहा कि मौजूदा हालात संवेदनशील होते जा रहे हैं. ऐसे में डॉक्टरों की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है. उन्होंने सभी चिकित्सकों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की आपातकालीन परिस्थिति में अपनी सेवाएं देने के लिए मानसिक और तकनीकी रूप से तैयार रहें.
गैर जरूरी गतिविधियों से दूरी बनाने की सलाह
डॉ. सिंह ने आगे कहा कि IMA से जुड़े सभी सदस्यों को सलाह दी गई है कि वे गैर जरूरी सामाजिक और व्यक्तिगत गतिविधियों से दूरी बनाए रखें. किसी भी प्रकार की भीड़-भाड़ या सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लेने से बचें ताकि जब भी आवश्यकता पड़े, वे तुरंत सेवा देने के लिए उपलब्ध रह सकें. यह अपील न केवल डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए है, बल्कि उनके द्वारा आम नागरिकों की सेवा सुनिश्चित करने के लिए भी है. IMA धनबाद चैप्टर के जिला अध्यक्ष डॉ. बी एन गुप्ता ने बताया कि संगठन के सभी सदस्यों को इस संदर्भ में औपचारिक रूप से निर्देशित किया जा रहा है. सभी डॉक्टरों को निर्देश दिया गया है कि वे आपात चिकित्सा सेवाओं जैसे सीपीआर (Cardio Pulmonary Resuscitation) देने में सक्षम रहें. यदि किसी भी क्षेत्र में अचानक आपात स्थिति उत्पन्न होती है, तो डॉक्टर मौके पर जाकर लोगों की मदद कर सकें.
CPR देने के लिए रहें तैयार
डॉ. गुप्ता ने बताया कि CPR यानी कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन एक ऐसा जीवन रक्षक उपाय है, जिसे सही समय पर दिया जाए तो किसी की जान बचाई जा सकती है. IMA चाहती है कि उसके सभी सदस्य इस तकनीक में दक्ष हों और जरूरत पड़ने पर तुरंत इसे लागू कर सकें. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में, जहां आम नागरिकों को तुरंत चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता हो, IMA के डॉक्टर बिना देरी किए सेवा देने के लिए तैयार रहें.
सरकार के दिशा-निर्देशों का करें पालन
IMA ने यह भी स्पष्ट किया है कि सभी सदस्य केंद्र और राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से पालन करेंगे. किसी भी अप्रिय घटना या आपातकालीन स्थिति के दौरान यदि सरकार की ओर से कोई निर्देश आता है तो उसे प्राथमिकता से लागू किया जाएगा. इसके लिए संगठन ने एक आपात योजना भी तैयार की है. इसके साथ ही IMA एक विशेष अभियान भी चलाने जा रही है, जिसका उद्देश्य लोगों को “आश्रय जागरूकता” (Shelter Awareness) के प्रति सचेत करना है. इस अभियान के अंतर्गत लोगों को बताया जाएगा कि अगर किसी भी प्रकार की असामान्य या खतरनाक स्थिति उत्पन्न होती है, तो किस प्रकार सुरक्षित स्थान पर पहुंचना है, किन सावधानियों का पालन करना है, और कैसे खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखना है.
आम जनता भी ले सकती है IMA से मदद
IMA के सचिव डॉ. राकेश इंदर और कोषाध्यक्ष डॉ. प्रणय कुमार ने भी लोगों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता पड़ने पर IMA से संपर्क कर सकते हैं. संगठन की ओर से जिला स्तर और राज्य स्तर दोनों पर दिशा-निर्देश जारी किए जा चुके हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में प्रभावी और त्वरित सहायता सुनिश्चित की जा सके. IMA ने राज्यभर के चिकित्सकों से अनुरोध किया है कि वे न केवल खुद तैयार रहें, बल्कि अपने सहयोगी चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों को भी इस संदर्भ में जागरूक करें. वर्तमान परिस्थितियों में यह अत्यंत आवश्यक है कि पूरा स्वास्थ्य तंत्र एकजुट होकर जनता की सेवा में तत्पर रहे.