झारखंड में बिहार STF ने एक ज्वाइंट ऑपरेशन के तहत बड़ी कार्रवाई की है। झारखंड की पुलिस के साथ मिलकर हजारीबाग जिले में अवैध रूप से बनाए जा रहे हथियारों की खेप को जब्त किया है। चोरी छिपे वहां चल रहे हथियार बनाने के अवैध फैक्ट्री का न सिर्फ खुलासा किया, बल्कि पिस्टल बनाने वालों सहित 7 इंटर स्टेट तस्करों को गिरफ्तार किया। दरअसल, बिहार STF के पास अवैध हथियारों के बनाने और उसकी तस्करी से जुड़ी एक बड़ी इनपुट थी।
टीम लगातार इस इनपुट पर काम कर रही थी। जब तस्करों के बिहार से झारखंड के लिए निकलने की बात सामने आई तो टीम पीछे लग गई। पीछा करते हुए टीम हजारीबाग के विष्णुपुर थाना के तहत विष्णुग्राम के सातमाइल चौक पहुंच गई। वहां टीम को जब हथियार बनाने की अवैध फैक्ट्री का पता चला तो उसकी घेराबंदी की। फिर हजारीबाग के SP से बात कर जानकारी दी गई और कार्रवाई के लिए लोकल थाना की टीम मदद मांगी। इसके बाद ही ज्वाइंट ऑपरेशन को अंजाम दिया गया।
जिन लोगों को इस ऑपरेशन में पकड़ा गया, उनमें से 4 तस्कर मुंगेर के हैं। जबकि, 3 तस्कर झारखंड के बोकारो के रहने वाले हैं। दरअसल, अवैध हथियार बनाने का सबसे बड़ा गोरख धंधा बिहार के मुंगेर जिले में चलता है। मगर, इस धंधे से जुडे़ लोगों ने अपना मोड्स बदल दिया है। STF के अधिकारियों का दावा है कि लगातार कार्रवाई होने की वजह से इस धंधे से जुड़े लोग बिहार से निकलकर दूसरे राज्यों को अपना ठिकाना बनाने लगे हैं। मुंगेर के लोग ही वहां पर चोरी छिपे फैक्ट्री लगाते हैं।
मुंगेर के लोग ही वहां पर पिस्टल बनाने हैं। फिर अधूरे हालत में उसे मुंगेर लेकर आते हैं। यहां उसकी फिनिशिंग होती है। फिर उसके बाद तस्करी कर उसे बेच दिया जाता है। दुमका, कोडरमा, देवघर और उत्तर प्रदेश के मऊ में के मामलों में भी ऐसा हुआ था और आज हुई कार्रवाई में भी यही बात सामने आई है। जो लोग मुंगेर से हजारीबाग गए थे वो वहां से बनी हुई अर्धनिर्मित पिस्टल की खेप को लाने गए थे। उस खेप को मुंगेर लाने के बाद फिनिशिंग देकर बेच दिया जाता। पर उसके पहले ही कार्रवाई हो गई।