बोकारो में अवैध गन फैक्ट्री का पर्दाफाश, दो गिरफ्तार, सरगना फरार..

बोकारो, 20 जून 2025 | झारखंड के औद्योगिक शहर बोकारो से एक बड़ा आपराधिक खुलासा सामने आया है। यहां के गांधीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत जरीडीह बाजार में स्थित एक मैरेज हॉल और उससे लगे गोदाम में अवैध हथियारों के निर्माण और तस्करी का भंडाफोड़ हुआ है। छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में अर्धनिर्मित पिस्टल, गन बनाने का मटेरियल और नकली शराब की खेप बरामद की गई है।

यह कार्रवाई झारखंड एटीएस, कोलकाता एसटीएफ, बेरमो थाना और गांधीनगर थाना की संयुक्त टीम द्वारा की गई। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह फैक्ट्री कई महीनों से चल रही थी और यहां बने हथियारों को बंगाल होते हुए बांग्लादेश तक भेजा जा रहा था।

💣 शादी हॉल की आड़ में चल रहा था गन और शराब सिंडिकेट
जांच में यह सामने आया कि यह गन फैक्ट्री ‘कावेरी मैरिज पैलेस’ नामक एक मैरेज हॉल और उसके सामने स्थित एक गोदाम से संचालित हो रही थी। दोनों संपत्तियां एक स्थानीय व्यक्ति सूरज साव के नाम पर हैं, जो इस पूरी गतिविधि का मुख्य सरगना बताया जा रहा है। हालांकि, सूरज साव छापेमारी से पहले ही फरार हो गया।

मैरेज हॉल जैसी सार्वजनिक संपत्ति की आड़ में इस प्रकार की गंभीर आपराधिक गतिविधि ने स्थानीय लोगों को चौंका दिया है। यह इलाका एक रिहायशी क्षेत्र है जहां इस तरह की गतिविधि किसी को भनक दिए बिना चल रही थी।

🔫 जब्त हुआ हथियारों का जखीरा
कोलकाता एसटीएफ के सब इंस्पेक्टर सप्तऋषि बोस ने बताया कि छापेमारी के दौरान निम्न सामग्रियां बरामद की गईं:

  • 6 पूर्ण रूप से निर्मित पिस्टल
  • 18 अर्धनिर्मित पिस्टल
  • 6 बैरल निर्माण की सामग्री
  • हथियार असेंबली उपकरण, स्प्रिंग, ट्रिगर और अन्य मशीनी पार्ट्स
  • भारी मात्रा में रैपर, बॉटल, सीलिंग मशीन सहित नकली शराब बनाने का कच्चा माल

🧴 अवैध शराब की फैक्ट्री भी मौजूद
हथियारों के साथ-साथ मौके पर प्रसिद्ध ब्रांडों की नकली शराब और बियर बनाने की भी पुष्टि हुई। अवैध शराब के पैकेजिंग के डिब्बे, लेबल, सील और प्लास्टिक की बोतलें भी बड़ी मात्रा में बरामद की गई हैं।

यह स्पष्ट हुआ कि यहां हथियार और शराब दोनों का समानांतर अवैध उत्पादन चल रहा था, जिससे मोटा मुनाफा कमाया जा रहा था।

👮 दो गिरफ्तार, एक मुंगेर और दूसरा खगड़िया से
छापेमारी के दौरान दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया, जो कि बिहार के मुंगेर और खगड़िया जिलों के निवासी हैं। मुंगेर को पहले से ही भारत में अवैध हथियार निर्माण का हब माना जाता रहा है। माना जा रहा है कि इस फैक्ट्री का तकनीकी और श्रमिक सहयोग इन्हीं जिलों से आ रहा था।

मुख्य अभियुक्त सूरज साव की गिरफ्तारी अब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के लिए प्राथमिकता बन गई है।

🌐 बंगाल और बांग्लादेश तक फैला नेटवर्क
प्रारंभिक रिपोर्टों में यह भी सामने आया है कि इस फैक्ट्री से तैयार हथियारों को बंगाल के रास्ते बांग्लादेश भेजा जा रहा था। इससे पहले भी धनबाद के महुदा में कोलकाता एसटीएफ ने इसी नेटवर्क से जुड़ी एक मिनी गन फैक्ट्री का पर्दाफाश किया था।

बांग्लादेश लिंक सामने आने के बाद यह मामला अब राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से और अधिक गंभीर हो गया है।

🧾 प्रशासन की चुप्पी, प्रेस कॉन्फ्रेंस की प्रतीक्षा
घटनास्थल पर मौजूद बेरमो थाना प्रभारी रोहित कुमार सिंह और एसटीएफ टीम के सदस्यों ने मीडिया को अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया। उन्होंने बताया कि इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी जाएगी।

बोकारो में एक रिहायशी क्षेत्र में चल रही यह अवैध फैक्ट्री सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ा अलार्म है। यह न केवल झारखंड के भीतर संगठित अपराध के नेटवर्क को उजागर करता है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय सीमाओं तक फैले उसके प्रभाव को भी रेखांकित करता है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि सूरज साव जैसे मास्टरमाइंड को कब तक गिरफ्तार किया जाता है और इस पूरे नेटवर्क के और कितने सदस्य व संरक्षक सामने आते हैं।

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