धनबाद – आइआइटी ( इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी)आइएसएम (इंडियन स्कूल ऑफ माइनिंग) धनबाद, मिनरल्स एंड माइनिंग इंजीनियरिंग देश का उत्कृष्ट संस्थान बन गया है। वैश्विक उच्च शिक्षा विश्लेषक क्यूएस (Quacquarelli Symonds)वर्ल्ड रैंकिंग 2023 में आइएसएम को खनिज एवं खनन इंजीनियरिंग में 25वां ग्लोबल रैंक दिया गया है। शैक्षणिक संस्था के इस काेर्स के आधार पर भारत में पहला स्थान दिया गया है।
इसके अतिरिक्त पेट्रोलियम इंजीनियरिंग कोर्स में राष्ट्रीय स्तर पर पांचवां स्थान दिया गया है। इस उपलब्धि के साथ संस्थान के प्रोफेसर और विद्यार्थियों में हर्ष व उल्लास का माहौल बना हुआ है। खनिज और खनन इंजीनियरिंग क्षेत्र में आइएसएम ने इस बार एक स्थान से अपने रैंक में बढ़ोत्तरी की है।
पिछले वर्ष क्यूएस की विश्व विश्वविद्यालय रैंकिंग में 71.4 अंक के साथ आइआइटी आइएसएम ने 26वां स्थान प्राप्त किया था। इस वर्ष (2023) में 71.5 अंक लेकर अपने रैंक में बढ़ोत्तरी कर 25वां रैंक प्राप्त किया है।विश्व रैंकिंग में आइआइटी आइएसएम ने बाकी इंस्टीट्यूट जैसे आइआइटी बांबे और आइआइटी खड़गपुर जैसे संस्थान खनिज और खनन इंजीनियरिंग श्रेणी में पीछे छोड़ दिया हैं। आइआइटी बांबे को 37वां, खड़गपुर को 39वां, आइआइटी दिल्ली को 51वां और आइआइटी मद्रास को 70वां रैंक दिया गया है।आइएसएम(ISM) ने खनिज और खनन इंजीनियरिंग श्रेणी में भारत में सर्वश्रेष्ठ रैंक हासिल किया है। क्वाक्वेरेली साइमंड्स (क्यूएस) हर साल दुनिया भर के मुख्य विश्वविद्यालयों और संस्थानों की सूची जारी करता है।
क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग ने यह 13वां संस्करण जारी किया है। यह रैंकिंग 54 विषयों के आधार पर जारी की गई है। भारतीय उच्च संस्थानों की ओर से विभिन्न विषयों में 44 कोर्स विश्व स्तर पर पेश किए गए जो शीर्ष 100 में शामिल हैं।
35 भारतीय कोर्स ने टॉप-100 में 2022 में जगह बनाई थी। रैंकिंग तैयार करने के लिए कई सारे पैमानों को ध्यान में रखा जाता है। इसमें एकेडमिक उपलब्धि से लेकर संस्थान में पढ़ने वाले इंटरनेशनल स्टूडेंट्स की संख्या तक को महत्त्वता दी जाती है
अवगत वर्षों में रैंक में बढ़ोत्तरी देखने को मिलेगी -प्रोफेसर
आइआइटी आइएसएम धनबाद के प्रो. राजीव शेखर ने बताया कि यह उपलब्धि संस्थान के विद्यार्थियों और प्राध्यापकों को जाता है। आइएसएम ने हाल के दिनों में माइनिंग के क्षेत्र में देश-विदेश की विभिन्न कंपनियों से एमओयू (समझौता)किया है। आने वाले दिनों में इससे बेहतर रैंक देखने को मिल सकता है। भविष्य में कई ऐसे प्रयास होंगे, जो आइआइटी आइएसएम को सफलता की अलग ऊंचाई पर ले जायेंगे।