आईएएस अधिकारियों केके सोन और मनोज कुमार का टाटा मुंबई मैराथन में शानदार प्रदर्शन….

भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के दो वरिष्ठ अधिकारियों, केके सोन और मनोज कुमार, ने रविवार को मुंबई में आयोजित टाटा मुंबई मैराथन में अपनी फिटनेस और क्षमता का बेहतरीन प्रदर्शन किया. इन अधिकारियों ने 42 किलोमीटर और 195 मीटर की दूरी सफलतापूर्वक पूरी की. केके सोन ने यह दौड़ 3 घंटे 53 मिनट में पूरी की, जबकि मनोज कुमार ने 4 घंटे 23 मिनट में रेस खत्म की. केके सोन ने इस प्रतिष्ठित मैराथन में 9वीं बार भाग लिया, जबकि मनोज कुमार तीसरी बार इसमें शामिल हुए. दोनों अधिकारियों ने मैराथन में गैर-पेशेवर श्रेणी के तहत दौड़ पूरी की, जिसमें कुल 13,716 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. इस अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में देश-विदेश के पेशेवर धावकों ने भी भाग लिया.

केके सोन और मनोज कुमार: फिटनेस का अद्भुत उदाहरण

मनोज कुमार वर्तमान में झारखंड के खेल सचिव के पद पर कार्यरत हैं, जबकि केके सोन केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत हैं. दोनों अधिकारियों का मैराथन दौड़ में गहरा जुड़ाव है. केके सोन अब तक 50 से अधिक मैराथन प्रतियोगिताओं में भाग ले चुके हैं, वहीं मनोज कुमार ने लगभग 30 मैराथन दौड़ों में हिस्सा लिया है. रांची में अपने कार्यकाल के दौरान भी दोनों अधिकारी फिटनेस को लेकर काफी सजग रहे हैं. केके सोन नियमित रूप से होटवार स्थित मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में अभ्यास करते थे. वहीं, मनोज कुमार बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम, मोराबादी में प्रतिदिन प्रैक्टिस करते नजर आते थे. इनकी फिटनेस दिनचर्या और खेल के प्रति उत्साह उन्हें अन्य अधिकारियों से अलग बनाती है.

मुंबई मैराथन में प्रदर्शन की विशेषताएं

टाटा मुंबई मैराथन को विश्व स्तर की मैराथन प्रतियोगिताओं में गिना जाता है. इस दौड़ में विभिन्न श्रेणियों में धावक हिस्सा लेते हैं, जिनमें पेशेवर और गैर-पेशेवर धावक शामिल होते हैं. इस साल आयोजित मैराथन में 13,716 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. केके सोन और मनोज कुमार ने गैर-पेशेवर श्रेणी में 42 किलोमीटर की दौड़ पूरी की. केके सोन ने 3 घंटे 53 मिनट का समय लिया और मनोज कुमार ने 4 घंटे 23 मिनट में यह दूरी तय की. यह दोनों अधिकारियों के शानदार फिटनेस और अनुशासन का प्रमाण है.

मैराथन में रुचि का सफर

केके सोन और मनोज कुमार के बीच मैराथन में भागीदारी की गहरी रुचि देखने को मिलती है. जहां केके सोन ने 9 बार मुंबई मैराथन में भाग लिया है, वहीं मनोज कुमार का यह तीसरा प्रयास था. यह दोनों अधिकारी फिटनेस को जीवनशैली का हिस्सा मानते हैं और सालभर इसके लिए अभ्यास करते हैं. केके सोन का कहना है कि फिटनेस न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक मजबूती के लिए भी आवश्यक है. इसी सोच के साथ वे हर रोज अपनी प्रैक्टिस जारी रखते हैं. वहीं, मनोज कुमार ने झारखंड के खेल सचिव होने के नाते राज्य में खेलों के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. उनके अनुसार, फिटनेस और खेल का तालमेल किसी भी व्यक्ति को अनुशासित और ऊर्जावान बनाता है.

मैराथन दौड़ और अधिकारियों की प्रेरणा

मुंबई मैराथन में केके सोन और मनोज कुमार का शानदार प्रदर्शन न केवल प्रशासनिक क्षेत्र में उनकी काबिलियत दिखाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि फिटनेस और खेल के प्रति समर्पण से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. दोनों अधिकारियों की इस उपलब्धि से आम जनता के बीच भी फिटनेस के प्रति जागरूकता बढ़ेगी.

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