धनबाद: झारखंड एटीएस (एंटी टेररिज्म स्क्वॉड) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिज्ब उत-तहरीर से जुड़े पांचवें संदिग्ध आतंकी अम्मार यासर को धनबाद से गिरफ्तार कर लिया है। 33 वर्षीय अम्मार यासर धनबाद जिले के भूली ओपी क्षेत्र स्थित शमशेर नगर का निवासी है। गिरफ्तारी के बाद एटीएस ने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
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मोबाइल से मिले आपत्तिजनक दस्तावेज
जांच के दौरान एटीएस को अम्मार के मोबाइल फोन से हिज्ब उत-तहरीर से संबंधित कई आपत्तिजनक दस्तावेज प्राप्त हुए हैं, जिन्हें जब्त कर लिया गया है। इन दस्तावेजों से अम्मार की आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता की पुष्टि होती है।
राजस्थान में भी दर्ज हैं कई मामले
अम्मार यासर के खिलाफ राजस्थान में भी आतंकी गतिविधियों के मामले दर्ज हैं। वर्ष 2024 में जयपुर के एसओजी थाना में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और प्रतिबंधित संगठन से जुड़े होने के आरोप में केस दर्ज हुआ था। इसके अलावा, 2019 में जयपुर के लालकोठी थाना और 2014 में जोधपुर के प्रतापनगर थाना में भी उस पर अलग-अलग मामले दर्ज हैं।
पहले ही चार संदिग्ध हो चुके हैं गिरफ्तार
इससे पहले, एटीएस ने 26 अप्रैल को धनबाद के बैंक मोड़ थाना क्षेत्र में छापेमारी कर चार संदिग्ध आतंकियों – गुलफाम हसन, अयान जावेद, मो शहबाज और शबनम प्रवीण को गिरफ्तार किया था। इनके पास से हथियार, गोली, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, और प्रतिबंधित साहित्य बरामद किया गया था। सभी चारों को 27 अप्रैल को जेल भेज दिया गया था और फिर 30 अप्रैल को रिमांड पर लिया गया था।
अयान की निशानदेही पर पकड़ा गया अम्मार
पूछताछ के दौरान आरोपी अयान जावेद ने खुलासा किया था कि अम्मार यासर भी इस आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ है। इसी जानकारी के आधार पर एटीएस ने कार्रवाई करते हुए अम्मार को गिरफ्तार किया।
जांच जारी
एटीएस की टीम अब अम्मार यासर के नेटवर्क और अन्य सहयोगियों की तलाश में जुटी हुई है। सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में इस नेटवर्क से जुड़े और भी लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है।