झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची के धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में आयोजित एक जनसभा में भाजपा पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा कि उन्हें पांच महीने जेल में रहना पड़ा, लेकिन वह इससे डरते नहीं हैं. सोरेन ने कहा, “जाको राखे साइयां मार सके न कोई.” उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा के लोग कितनी भी साजिशें कर लें, वह उनसे डरते नहीं हैं और जानते हैं कि अपना काम कैसे करवाना है और कैसे लड़ना है. इस सभा का आयोजन नियुक्ति वितरण समारोह के रूप में किया गया था, जहां मुख्यमंत्री ने सांकेतिक रूप से 24 स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपे. अपने संबोधन में सोरेन ने कहा कि कोरोना महामारी के बाद जब स्थिति सामान्य हो रही थी, तभी उनके विरोधियों ने षड्यंत्र रचना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा, “अलग-अलग माध्यमों और संस्थानों के जरिये मुझे काम करने से रोकने के लिए षड्यंत्र किया गया. कभी-कभी हम आदिवासी विरोधियों के षड्यंत्र को समझ नहीं पाते, जिसके कारण मुझे पांच महीने जेल में रहना पड़ा.” मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि शह-मात का खेल आगे भी चलेगा. उन्होंने कहा, “ये जितना भी षड्यंत्र करना है कर लें. इनके षड्यंत्र से ना कभी डरे हैं और ना कभी डरेंगे. वह अपने काम को अंजाम तक पहुंचाना जानते हैं. विरोधियों से लोहा लेना जानते हैं.” अपने भाषण में सोरेन ने केंद्र सरकार पर उद्योग धंधों के निजीकरण का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि एचईसी (हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन) को सुधारने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की नहीं है, लेकिन अगर केंद्र सरकार इसे राज्य सरकार को सौंप दे, तो वह इसकी तस्वीर बदलकर दिखा देंगे. उन्होंने कहा, “एचईसी को दुरुस्त करने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की नहीं है. यह राज्य सरकार के अधिकार से भी बाहर है, लेकिन केंद्र सरकार हमें इसे सुपुर्द कर दे तो इसकी तस्वीर भी बदलकर दिखा देंगे.” हेमंत सोरेन ने अपने विरोधियों पर और भी तीखे हमले करते हुए कहा कि षड्यंत्रों के बावजूद भी विपक्ष को न्यायालय में हार का सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा, “सारे षड्यंत्र के बावजूद भी विपक्ष को न्यायालय में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन यह शांत नहीं है और आगे भी शांत नहीं रहेंगे. इनकी प्रवृत्ति ही ऐसे आचरण करने की है, लेकिन हम भी अपने आचरण से बाज नहीं आयेंगे और काम करते रहेंगे.”
मुख्यमंत्री ने 13 अग्निशमन वाहनों को दिखाई हरी झंडी
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने 13 अग्निशमन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. ये वाहन 15 करोड़ रुपये की लागत से खरीदे गए हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जनता की सेवा और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और इन वाहनों के माध्यम से आपात स्थिति में और बेहतर तरीके से सेवा दी जा सकेगी. हेमंत सोरेन ने अपने भाषण में यह भी कहा कि भाजपा चाहे जितने भी षड्यंत्र रचे, वह उनसे नहीं डरेंगे और अपनी लड़ाई जारी रखेंगे. उन्होंने जनता को भरोसा दिलाया कि वह उनके अधिकारों और हितों के लिए हमेशा लड़ते रहेंगे. सोरेन ने कहा, “हम जानते हैं कि कैसे लड़ना है और कैसे जीतना है. विरोधियों के हर षड्यंत्र का मुंहतोड़ जवाब देंगे और राज्य के विकास और सुधार के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे.” इस कार्यक्रम के माध्यम से मुख्यमंत्री ने यह भी संदेश दिया कि झारखंड सरकार राज्य के विकास और सुधार के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने जनता को भरोसा दिलाया कि चाहे जितनी भी मुश्किलें आएं, वह उनके अधिकारों और हितों के लिए हमेशा लड़ते रहेंगे. समारोह के अंत में मुख्यमंत्री ने सभी उपस्थित लोगों का धन्यवाद दिया और उन्हें भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार उनकी सेवा और सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहेगी.