केंद्र की मोदी सरकार के मंत्री रामदास अठावले ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एनडीए में शामिल होने का न्योता दिया है। इतना ही नहीं, अठावले ने उनके पिता व झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन को केंद्र सरकार में मंत्रीपद का ऑफर भी दिया है। रामदास अठावले ने कहा है कि इससे झारखंड को केंद्र से आर्थिक मदद मिलेगी। रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआइ) के अध्यक्ष सह केंद्रीय समाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले ने हेमंत सोरेन को यह न्योता दिया है।
रामदास अठावले मंगलवार को झारखंड के दौरे पर थे। इसी क्रम में वो रांची में स्टेट गेस्ट हाउस में मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि झामुमो अगर एनडीए में शामिल हो जाता है तो झारखंड को केंद्र सरकार से योजनाओं के तहत मिलने वाली राशि भी ठीक से मिलेगी। वहीं शिबू सोरेन को केंद्र सरकार में मंत्री बनाया जाएगा।
अठावले ने कहा कि शिबू सोरेन पूर्व में एनडीए के साथ रह चुके हैं। लेकिन जब पत्रकारों ने पूछा कि अगर हेमंत सोरेन एनडीए में शामिल होते हैं तो मुख्यमंत्री कौन बनेगा? तो मंत्री जी ने टालते हुए जवाब दिया कि जब हेमंत सोरेन एनडीए में शामिल होंगे, तब देखा जाएगा। इसके बाद जब उनसे पूछा गया कि क्या एनडीए में नहीं रहने की वजह से झारखंड को केंद्र सरकार से अपेक्षित सहयोग नहीं मिल पा रहा है, तो मंत्री जी ने कन्नी काट ली।
लेकिन केंद्रीय मंत्री कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को भी नसीहत देने से नहीं चूके और कहा कि वे दलित की बेटी से शादी करें। ऐसा करने से महात्मा गांधी का सपना पूरा होगा।
अठावले ने जाति आधारित जनगणना की वकालत करते हुए कहा कि घर का बच्चा भी पांच-छह वर्ष की उम्र में अपनी जाति से परिचित हो जाता है। उन्होंने दामोदर घाटी परियोजना (डीवीसी) का नाम डाॅ. भीमराव अंबेडकर के नाम पर करने की मांग की। क्यूंकि उन्होंने ही केंद्र सरकार में सिंचाई मंत्री रहते उन्होंने इस परियोजना की नींव डाली थी।
मंत्री पद का ख्याल रखें अठावले : कांग्रेस
उधर कांग्रेस ने रामदास अठावले के बयान पर आपत्ति जताई है। झारखंड प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि रामदास अठावले बहकी-बहकी बातें कर रहे हैं। ठाकुर ने कहा कि उनके बयान से यह भी साफ हो गया कि केंद्र सरकार झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार करती है, जो संघीय ढांचे के लिए नुकसानदेह है। रामदास अठावले केंद्रीय मंत्री हैं। उन्हें अपनी गरिमा का ख्याल रखना चाहिए। वो ऐसे बचकाना बयान देने के आदी रहे हैं। उनकी बयानबाजी से मुंगेरी लाल के हसीन सपने की याद आती है।