केंद्र की अग्निपथ योजना पर सीएम हेमंत सोरेन ने कसा तंज, कहा- बहाली अनुबंध पर और नाम अग्निवीर !

‘अग्निपथ योजना’ के खिलाफ देशभर में मचे कोहराम के बीच झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज इस योजना पर सवाल उठाने के साथ ही युवाओं से अपने हक के लिए आवाज उठाने की अपील की है। केंद्र सरकार द्वारा सेना में भर्ती के लिए घोषित ‘अग्निपथ योजना’ के खिलाफ गुरुवार से ही देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार शाम को ट्वीट कर कहा, ”बहाली अनुबंध पर एवं नाम अग्निवीर! इस स्लोगनवीर सरकार से और उम्मीद भी क्या की जा सकती है? !!! जागो भविष्य के कर्णधारों जागो !!!”

बता दें कि, थल सेना, नौसेना और वायु सेना में संविदा के आधार पर चार साल की अवधि के लिए जवानों की भर्ती और ज्यादातर को ग्रेच्युटी तथा पेंशन लाभ के बगैर अनिवार्य सेवानिवृत्ति से संबंधित अग्निपथ योजना के खिलाफ बुधवार से कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। केंद्र सरकार ने मंगलवार को अग्निपथ योजना की घोषणा की थी। सरकार ने कहा था कि साढ़े 17 से 21 वर्ष के युवाओं को चार साल के लिए थल सेना, वायु सेना और नौसेना में भर्ती किया जाएगा और चार साल के बाद उनमें से 25 प्रतिशत को नियमित सेवाएं देने का अवसर दिया जाएगा। गुरुवार को सरकार ने योजना के लिए ऊपरी आयु सीमा को 2022 के लिए 21 से बढ़ाकर 23 वर्ष करने की घोषणा की, लेकिन योजना को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी हैं।

झारखंड में भी अग्निनपथ का विरोध..
अग्निपथ भर्ती योजना का विरोध देश के साथ-साथ झारखंड में भी शुरू हो गया है। केंद्र सरकार और इंडियन आर्मी द्वारा अग्निपथ भर्ती योजना को लेकर सफाई दिये जाने के बावजूद गुरुवार को राजधानी रांची के मेन रोड में सेना भर्ती कार्यालय के बाहर लगभग 300 युवाओं के द्वारा प्रदर्शन किया गया। इधर सशस्त्र बल की तैयारी कर रहे हजारों युवा आज बोकारो रेलवे स्टेशन के समीप रेलवे लाइन को जाम करने पहुंचे। युवाओं को पहले समझाने का प्रयास किया गया। लेकिन जब आक्रोशित युवा रेलवे लाइन को जाम करने और रांची पटना सुपरफास्ट एक्सप्रेस के ट्रैक को पर बैठने की मांग करने लगे तो रेलवे सुरक्षा बल और स्थानीय पुलिस के जवानों ने युवाओं पर बेतरतीब ढंग से लाठियां बरसाई।

पूर्वी सिंहभूम जिले के जुगसलाई रेलवे फाटक के पास भी युवकों ने रेल लाइन जाम कर ट्रेन का परिचालन बाधित कर दिया। जानकारी मिलने पर रेलवे पुलिस और रेलवे के अधिकारी फाटक के पास पहुंचे और युवाओं को समझाया। इसके बाद युवक रेल लाइन खाली कर थाना पहुंचे और धरना दिया। जाम के दौरान कई ट्रेनें रुकी रहीं। वहीं पलामू के युवाओं ने मेदिनीनगर के रेड़मा चौक पर एनएच-75 को जाम कर दिया। पुलिस ने जब रेड़मा चौक पर जाम कर रहे युवाओं को समझा बुझाकर हटाया तो युवाओं ने रेड़मा चौक से सीधे डालटनगंज रेलवे स्टेशन पहुंचकर डाउन लाइन ट्रैक को जाम कर दिया और केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

वहीं हजारीबाग के विद्यार्थियों ने सड़क पर उतरकर दूसरे दिन भी आंदोलन किया। एनएच-100 और एनएच-33 पर टायर जलाकर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। धनबाद में तो लगभग एक हजार युवा धनबाद स्टेशन के रेलवे ट्रैक पर ही बैठ गए। भारी तनाव के बीच युवा एक घंटा रेल लाइन पर बैठे रहे। इस बीच बारिश होने लगी। ग्रामीण एसपी और एसडीएम प्रेम तिवारी ने उन्हें समझाया। इसके बाद युवा वहां से हटे। इससे पहले पैदल मार्च निकाला गया। रेल लाइन जाम होने के कारण कुछ ट्रेनें जहां लेट हो गयीं, वहीं धनबाद पटना अप-डाउन को रद्द करना पड़ा।

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