AAP को JMM से समर्थन पर बोले हेमंत सोरेन – पार्टी में विमर्श के बाद लेंगे निर्णय..

केंद्र सरकार के अध्यादेशों को ले कर देशभर के विपक्षी दलों को एकजुट करने की मुहिम चल रही है। इस संदर्भ में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से शुक्रवार को मिलने पहुँचे।

झारखंड सीएम हेमंत सोरेन से गर्मजोशी से उनका स्वागत किया है। केंद्र सरकार के अध्यादेश के ख़िलाफ़ सोरेन ने कहा कि वो इस मुद्दे पर अपनी पार्टी में और गहराई से चर्चा करेंगे। वह झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन से इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे और फिर निर्णय लेंगे की कैसे आगे बढ़ा जाए।

इस विषय में अभी तक कांग्रेस का रुख़ स्पष्ट नहीं है। ऐसे क़यास लगाए जा रहे हैं कांग्रेस के स्टैंड लेने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा अपने समर्थन पर निर्णय लेगी। हेमंत सोरेन ने इस मौक़े पर हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि चुनी हुई सरकारों को काम ना करने देने के लिए योजनाबद्ध तरीक़े से काम हो रहा है। उन्होंने इसे संघीय ढांचे पर प्रहार बताया और कहा कि संघीय ढांचे की बात केंद्र सरकार करती है, लेकिन कार्य ठीक उससे विपरीत है। हेमंत सोरेन ने कहा की कुछ दिन पहले ही नयी लोकसभा का उद्घाटन हुआ और साथ ही उसके कुछ ही दूरी पर घटनाएँ हुई। केंद्र द्वारा ग़ैर भाजपाई सरकारों पर प्रहार करना देश की आम जानता पर प्रहार करना है। केजरीवाल के उनसे मिलने आने पर उन्होंने केजरीवाल को बार बार अपना बड़ा भाई कहा।

दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वो कांग्रेस समेत और भी कई विपक्षी दलों के पास जाएँगे। उन्होंने कहा कि ये लड़ाई सिर्फ़ उनकी नहीं है। ऐसे में कांग्रेस तय करे कि वो किसके साथ है।