रांची: जेएमएम की ओर से शुक्रवार को रांची में आक्रोश सभा आयोजित की गई। सभा को संबोधित करते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि बीजेपी अपने पापों का ठिकरा वर्तमान सरकार पर फोड़ने की कोशिश कर रही है, लेकिन वे उनके षड़यंत्रों को नाकाम कर देंगे। हेमंत सोरेन ने कहा कि वे ईडी को जांच में पूरा सहयोग करेंगे, लेकिन ये जांच निष्पक्ष तरीके से होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गुरुवार को ईडी ने 8 घंटे से अधिक पूछताछ की, इस दौरान उन्होंने ईडी से पूछा कि अवैध खनन के जिस मामले की जांच की जा रही है, क्या वह दो वर्ष का है, तो ईडी के अधिकारियों ने कहा नहीं, तो फिर जांच सिर्फ दो सालों की क्यों हो रही है। उनके सीएम कार्यकाल के पहले की भी जांच होनी चाहिए। जांच एजेंसी दूध का दूध और पानी का पानी सामने लाए, तो परहेज नहीं है।
जांच एजेंसियों की कार्रवाई पर सवाल..
हेमंत सोरेन ने यह भी सवाल उठाया कि जांच एजेंसियों की छापेमारी और कार्रवाई सिर्फ गैर बीजेपी शासित राज्यों में ही क्यों हो रही है। क्या बीजेपी शासित राज्य दूध के धुले हैं? उन्होंने कहा कि राज्य में विपक्षी दल मूलवासियों-आदिवासियों को भड़काने का काम कर रहे हैं, लेकिन उनकी षड़यंत्र को जनता अब जान चुकी है, सरकार की लोकप्रियता जैसे-जैसे बढ़ रही है, बीजेपी वालों के पेट में दर्द हो रहा है। दिशोम गुरु शिबू सोरेन को भी इन लोगों ने परेशान किया, लेकिन क्या हुआ, आज शिबू सोरेन के ऊपर कोई दाग नहीं मिला। उन्होंने कहा कि बीजेपी के षड़यंत्रों के खिलाफ सभी को एकजुट होना पड़ेगा, उनकी साजिश को समझना होगा, जरूरत पड़ने पर घर-घर से चींटियों की तरह निकला होगा। बीजेपी के षड़यंत्रों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार रहना होगा।
एकतरफा कार्रवाई हुई तो विरोध होगा- सीएम
सीएम ने कहा कि कल मैं जांच एजंसी के पास गया था। 8 घंटे तक सवाल जवाब किया। हमने पूछा कि यह दो साल में यह घोटाला हो सकता है क्या। उन्होंने कहा- हमने दो साल नहीं कहा। अगर आप ईमानदारी से काम करोगे तो सरकार का पूरा सहयोग मिलेगा। एक तरफा कार्य करेंगे तो विरोध करने की ताकत रखते हैं। हमें जांच एंजेसी से परहेज नहीं है। जांच एजेंसियों को यह जवाब देना चाहिए कि भाजपा शासित राज्य को छोड़कर कार्रवाई क्यों की जाती है। क्या वो दुध के धुले हैं ?
जेएमएम कार्यकर्त्ताओं का हुजूम उमड़ा..
रांची में गुरुवार से ही जेएमएम कार्यकर्त्ताओं का जुटना शुरू हो गया था। शुक्रवार सुबह बड़ी संख्या में जेएमएम कार्यकर्त्ता सीएम आवास पहुंचे। उनके हाथों में तख्तियां थीं। हेमंत सोरेन जिन्दाबाद के नारे गूंज रहे थे। जेएमएम कार्यकर्त्ताओं ने पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है। हेमंत सोरेन से ईडी की पूछताछ के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे जेएमएम कार्यकर्त्ताओं ने बीजेपी पर साजिश का आरोप लगाया है। जेएमएम नेताओं-कार्यकर्त्ताओं का कहना है कि केंद्रीय एजेंसियां बीजेपी के इशारे पर काम कर रही है।