मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने इसे “डाना तूफान” से भी अधिक खतरनाक करार देते हुए कहा कि यदि यह सरकार एक बार और सत्ता में आई तो झारखंड को पूरी तरह से बर्बाद कर देगी. शिवराज सिंह चौहान ने यह बयान हरमू मैदान में हटिया विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी नवीन जायसवाल के नामांकन सभा को संबोधित करते हुए दिया. चौहान का कहना था कि वर्तमान सरकार राज्य के लिए बर्दाश्त करने लायक नहीं है और राज्य की जनता को इसे बाहर करने के लिए एकजुट होना होगा.
हेमंत सरकार पर गंभीर आरोप
चौहान ने हेमंत सोरेन सरकार पर भ्रष्टाचार और कुशासन के आरोप लगाते हुए कहा कि झारखंड में पिछले कुछ सालों में अपराध की घटनाओं में भारी वृद्धि हुई है. उन्होंने बताया कि राज्य में 7,400 बलात्कार के मामले दर्ज हुए हैं और रुबिका पहाड़िया जैसी बेटियों के साथ बर्बर घटनाएं हुई हैं. इस सरकार में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं उठाई हैं. उन्होंने कहा कि महिलाओं और बेटियों पर इस प्रकार के अत्याचार से समाज में डर और असुरक्षा का माहौल है और हेमंत सरकार इसे रोकने में पूरी तरह विफल रही है.
बांग्लादेशी घुसपैठियों का समर्थन
चौहान ने यह भी आरोप लगाया कि हेमंत सरकार बांग्लादेशी घुसपैठियों को संरक्षण दे रही है. उन्होंने कहा कि ये घुसपैठिए राज्य में आकर यहां की बेटियों से विवाह कर जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं और सरकार इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. चौहान ने इसे राज्य के लिए बेहद खतरनाक बताया और कहा कि अगर यह सरकार पुनः सत्ता में आती है तो यह झारखंड के भविष्य के लिए एक बड़ी समस्या बन सकती है.
पेपर लीक मामले पर भी साधा निशाना
शिवराज सिंह चौहान ने राज्य में पेपर लीक की घटनाओं पर भी हेमंत सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन ने युवाओं को प्रति वर्ष पांच लाख नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन चार साल और दस महीने का कार्यकाल बीतने के बाद भी यह वादा अधूरा है. चौहान ने आरोप लगाया कि सरकार ने चुनाव नजदीक आने पर सिपाही भर्ती के नाम पर युवाओं को केवल छलावा दिया और परीक्षा के दौरान पेपर लीक की घटनाएं सामने आईं. उन्होंने वादा किया कि भाजपा की सरकार बनने पर पेपर लीक करने वालों को जेल भेजा जाएगा और राज्य के युवाओं के साथ न्याय किया जाएगा.
शिवराज सिंह का ‘डाना तूफान’ से तुलना
अपने संबोधन में चौहान ने कहा कि आज “डाना तूफान” झारखंड में दस्तक दे रहा है, लेकिन यह तूफान दो दिन में निकल जाएगा. हालांकि, हेमंत सरकार यदि दोबारा सत्ता में आई तो झारखंड की हालत दयनीय हो जाएगी. चौहान ने इस सरकार को “डाना तूफान” से अधिक खतरनाक बताया और जनता से अपील की कि वे भाजपा को अपना समर्थन दें ताकि राज्य में सुशासन कायम हो सके.
युवाओं को रोजगार के मुद्दे पर सरकार की आलोचना
शिवराज सिंह चौहान ने रोजगार के मुद्दे पर भी हेमंत सरकार को घेरा और कहा कि सरकार ने युवाओं को ठगा है. चुनावी वादे के अनुसार हर साल पांच लाख नौकरियां दी जानी थीं, लेकिन इस पर अमल नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि जब चुनाव नजदीक आए तो सरकार ने सिपाही भर्ती के नाम पर युवाओं को रैलियों में दौड़ाया और फिर पेपर लीक जैसी घटनाएं सामने आईं. उन्होंने यह आश्वासन भी दिया कि यदि भाजपा सत्ता में आती है तो पेपर लीक जैसी घटनाओं को गंभीरता से लिया जाएगा और जिम्मेदार लोगों को सजा दी जाएगी.
हेमंत सरकार के खिलाफ जनसमर्थन की अपील
चौहान ने कहा कि राज्य की जनता हेमंत सरकार के कुशासन से तंग आ चुकी है और बदलाव चाहती है. उन्होंने मतदाताओं से अपील की कि वे भाजपा को अपना वोट दें ताकि राज्य में सुरक्षा, शांति और विकास की स्थापना हो सके. चौहान ने यह भी कहा कि भाजपा की सरकार बनने पर महिलाओं और युवाओं की सुरक्षा, रोजगार और सभी वर्गों के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.
भाजपा का विजन और हेमंत सरकार पर तीखे प्रहार
चौहान ने अपने संबोधन के दौरान झारखंड में भाजपा की योजनाओं और विजन को भी रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि भाजपा झारखंड को विकास की राह पर आगे ले जाना चाहती है और इसके लिए सुशासन, पारदर्शिता और भ्रष्टाचार मुक्त शासन की आवश्यकता है. हेमंत सरकार को “विकास विरोधी” बताते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि इस सरकार ने सिर्फ अपने हितों को साधने का काम किया है और राज्य की जनता के प्रति पूरी तरह से असंवेदनशील रही है.