मौसम विज्ञान केंद्र, रांची द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, 15 सितंबर को झारखंड के कई हिस्सों में भारी वर्षा की संभावना है. विशेषकर राज्य के दक्षिणी और उत्तर-पूर्वी हिस्सों में, जैसे पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा, सरायकेला खरसावां, देवघर, दुमका, गोड्डा, गिरिडीह, धनबाद, पाकुड़, जामताड़ा और साहिबगंज जिलों में भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है. इसे देखते हुए मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. वहीं, राज्य के मध्य हिस्से, जिसमें रांची, रामगढ़, हजारीबाग, गुमला, बोकारो और खूंटी जैसे जिले शामिल हैं, वहां भी कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है. इन जिलों के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है. इसके साथ ही, इन क्षेत्रों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है, जो तापमान में गिरावट लाने का कारण बनेगी.
मौसम विज्ञान केंद्र का पूर्वानुमान
मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि यह मौसम परिवर्तन समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर ऊपर बांग्लादेश के तटीय इलाकों और आस-पास के क्षेत्रों में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन (चक्रवाती परिसंचरण) के कारण हो रहा है. इस साइक्लोनिक सर्कुलेशन के प्रभाव से झारखंड के मौसम में तेजी से बदलाव आया है. साइक्लोनिक सर्कुलेशन धीरे-धीरे निम्न दबाव के क्षेत्र में बदलकर पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ने की संभावना है. तटीय पश्चिम बंगाल से उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ते इस सिस्टम के कारण झारखंड, बिहार, ओडिशा, और पश्चिम बंगाल में भारी वर्षा और मौसमी गतिविधियां देखने को मिलेंगी. इस बदलते मौसमी स्थिति के चलते झारखंड के कई जिलों में न केवल भारी वर्षा की संभावना है, बल्कि मेघगर्जन और वज्रपात का भी खतरा है. लोगों को सलाह दी गई है कि वे इन संभावनाओं के मद्देनजर सावधान रहें और सुरक्षित स्थानों पर रहें.
राजधानी रांची में रिमझिम बारिश और तापमान में गिरावट
राजधानी रांची में 14 सितंबर को दिनभर रिमझिम फुहारें होती रहीं। बारिश के कारण तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई, जिससे आम जनता को गर्मी से काफी राहत मिली. रांची में रुक-रुककर हो रही बारिश ने शहरवासियों को थोड़ा असुविधा भी दी. कई निचले इलाकों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे दोपहिया वाहन चालकों और राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. हालांकि, इस बारिश से तापमान में 5 से 6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई. शाम तक रांची का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो आमतौर पर इस समय के हिसाब से काफी कम है. इस वर्षा ने गर्मी से बेहाल लोगों को राहत प्रदान की है, और वातावरण को भी तरोताजा कर दिया है.
झारखंड में मानसून की सक्रियता
झारखंड में पिछले 24 घंटों के मौसम की बात करें तो राज्य के लगभग सभी हिस्सों में हल्की से मध्यम दर्जे की वर्षा रिकॉर्ड की गई है. राज्य के कुछ इलाकों में भारी बारिश भी देखी गई. मानसून की सक्रियता पूरे राज्य में महसूस की गई, जिससे पूरे झारखंड में मौसम में ठंडक आई है. राज्य में सबसे ज्यादा वर्षा गिरिडीह के बेंगावार क्षेत्र में दर्ज की गई, जहां 79 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई. अन्य कई जिलों में भी अच्छी बारिश हुई, जिसने वहां के किसानों को भी राहत दी.
तापमान में बदलाव
राज्य में पिछले 24 घंटों में विभिन्न हिस्सों में तापमान में भी परिवर्तन देखा गया. सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान 35.6 डिग्री सेल्सियस गोड्डा जिले में रिकॉर्ड किया गया, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियस रांची में दर्ज हुआ. वहीं, रांची का अधिकतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से काफी कम है.
भारी बारिश के मद्देनजर चेतावनी और सावधानियां
मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है. विशेष रूप से उन इलाकों में जहां जलजमाव की संभावना अधिक रहती है, लोगों को अत्यधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है. तेज हवाओं और मेघगर्जन के चलते लोग घरों के अंदर सुरक्षित रहें और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें. वज्रपात के खतरे को देखते हुए किसानों को खेतों में काम करने से परहेज करने की सलाह दी गई है. साथ ही, बिजली के खंभों और ऊंचे पेड़ों से दूर रहने की भी सलाह दी गई है. जिन इलाकों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, वहां प्रशासन ने तैयारियों का जायजा लिया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने के लिए अलर्ट किया है.
झारखंड में मानसून की स्थिति
झारखंड में मानसून इस बार पूरे जोर पर है और इसकी सक्रियता ने राज्य के अधिकांश हिस्सों को प्रभावित किया है. दक्षिणी और उत्तर-पूर्वी झारखंड में विशेष रूप से मानसून का प्रभाव देखा जा रहा है, जहां भारी बारिश की संभावना अधिक है. यह मानसून न केवल किसानों के लिए राहतकारी साबित हो रहा है, बल्कि राज्य में जलस्तर बढ़ाने और भू-जल स्तर में सुधार लाने में भी सहायक सिद्ध हो रहा है. हालांकि, बारिश के चलते कुछ इलाकों में जनजीवन प्रभावित हो सकता है, खासकर शहरी क्षेत्रों में, जहां जलजमाव और ट्रैफिक की समस्याएं पैदा हो सकती हैं. प्रशासन ने इससे निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं और संबंधित विभागों को अलर्ट पर रखा गया है.
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, आने वाले दिनों में भी झारखंड में भारी बारिश की संभावना बनी रहेगी. विशेष रूप से 15 सितंबर को राज्य के दक्षिणी और उत्तर-पूर्वी हिस्सों में भारी बारिश के साथ-साथ तेज हवाएं और मेघगर्जन की संभावना है. इसके अलावा, राज्य के मध्य हिस्सों में भी भारी वर्षा हो सकती है, जिसके चलते तापमान में और भी गिरावट आ सकती है. मौसम विभाग ने लोगों को मौसम की स्थिति पर नजर रखने और सतर्क रहने की सलाह दी है.