झारखंड के पलामू स्थित मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज वायरस से मौत हो जाने के बाद जमकर हंगामा हुआ। तोड़फोड़ के साथ साथ स्वास्थ्य कर्मियों के साथ मारपीट की गई जिसके बाद आक्रोशित स्वास्थ्य कर्मी कुछ देर हड़ताल पर बैठे रहे। पुलिस ने मामले की छानबीन करते हुए 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। अन्य अभियुक्तों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
पिछले 8 से 10 दिनों के बीच एमएमसीएच के कोविड-19 वार्ड में मरीजों की मौत के बाद स्वास्थ्य कर्मियों के साथ मारपीट का यह तीसरा मामला सामने आया। इस महामारी के दौरान लगातार जान जोखिम पर लगाकर काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों के साथ लगातार हो रही घटना सामने आने से सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। बुधवार की सुबह 4:00 बजे एमएमसीएच में कोविड से 2 मरीजों की मौत हो गई उनमें से एक सदर थाना क्षेत्र के बड़कागांव का रहने वाला जिसकी उम्र लगभग 50 वर्ष के आसपास थी जबकि दूसरे की उम्र 55 वर्ष थी। वह जिले के पाटन थाना क्षेत्र का रहने वाला था।
कोरोना संक्रमित मरीज की मौत के बाद उसके परिजन इतने आक्रोशित हो गए कि उन्होंने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर स्वास्थ्य कर्मियों को मारने की कोशिश की। घटना के बाद सभी स्वास्थ्य कर्मियों ने कार्य का बहिष्कार कर दिया, सूचना पाकर उप विकास आयुक्त सह कोविड-19 के नोडल पदाधिकारी जमुआर सदर एसडीओ राजेश कुमार साह वहां पहुंचे और उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को समझाया। इसके बाद सभी स्वास्थ्य कर्मी वापस काम पर लौटे इस घटनाक्रम में एमएमसीएच कि कोविड-19 में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी जगदीश यादव के आवेदन के आधार पर बड़कागांव के अखिलेश चौबे रबदी पाटन निवासी अमर पांडे व जनकपुरी बारालोता के सुनील कुमार गुप्ता के खिलाफ सदर थाना क्षेत्र में एफआईआर दर्ज की गई। जिनमें अमर पांडे और सुनील गुप्ता को जेल भेज दिया गया व तीसरे आरोपी अखिलेश चौबे को पिता के अंतिम संस्कार व क्रिया कर्म के बाद जेल भेजा जाएगा। जिसकी जानकारी थाना प्रभारी अरुण कुमार मेहता ने दिया।